अहमदाबाद (गुजरात) : पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिंह ने कृषि ऋण माफी और पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर पिछले 11 दिन से भूख हड़ताल कर रहे आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को समर्थन का मंगलवार को ऐलान किया.
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने पटेल द्वारा किसानों के लिए शुरू किये गये आंदोलन को देशभर में ले जाने की जरूरत पर बल दिया. सिन्हा पाटीदार कोटा आंदोलन के नेता के अहमदाबाद स्थित आवास पर गये. उनके साथ भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री सुरेश मेहता और महाराष्ट्र से भाजपा के पूर्व सांसद नाना पटोले भी पटेल के आवास पर गये थे. पटेल ने ऋण माफी और नौकरियों एवं शिक्षा में ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षण की मांग को लेकर 25 अगस्त से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी. यशवंत सिन्हा ने हार्दिक पटेल से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, हार्दिक पटेल जिन मुद्दों को लेकर अनशन कर रहे हैं, उसका देशभर पर प्रभाव पड़ा है. इन मुद्दों पर हर जगह बात हो रही है.
राज्य की भाजपा सरकार ने हार्दिक पटेल की अनिश्चितकालीन भूख-हड़ताल को ‘राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रस्त’ करार दिया है. हालांकि, अब उनके अनशन को लेकर राज्य सरकार असहज महसूस करने लगी है और इस मसले पर अबतक खामोश रही गुजरात सरकार ने पहली बार प्रतिक्रिया दी. सरकार ने हार्दिक की सेहत पर चिंता जताते हुए उन्हें उपचार की सलाह देने के साथ-साथ उनके इस आंदोलन को कांग्रेस से प्रेरित करार दिया. सरकार में ऊर्जा मंत्री सौरव पटेल ने कहा कि उनके स्वास्थ्य को लेकर सरकार चिंतित है. उन्होंने कहा, ‘हार्दिक डॉक्टर को सलाह लेनी चाहिए और उनकी बात माननी चाहिए.’ सौरव पटेल ने कहा कि सरकार ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आईसीयू सुविधावाली एक वैन हार्दिक के निवास पर तैनात कर रखी है.
हार्दिक के अनशन में मध्यस्थता के लिए पाटीदारों की छह संस्थाएं पहल करने को तैयार हैं. कडवा व लेउवा पाटीदारों की छह बड़ी संस्थाएं उमिया धाम, खोडल धाम, सिद्धसर, विश्व पाटीदार आदि ने एक बैठक में सर्वसम्मति से हार्दिक के बिगड़ते स्वास्थ्य पर चिंता जताते हुए सरकार के साथ मध्यस्थता की पहल करने की बात की है. उन्होंने कहा है कि अगर हार्दिक तैयार हों तो वो सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं.