भोपाल : मध्यप्रदेश कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि इस साल के अंत में प्रदेश में होनेवाले विधानसभा चुनाव में केवल उन्हीं दावेदारों को पार्टी अपना प्रत्याशी बनायेगी, जो सोशल मीडिया पर सक्रिय होंगे.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया एवं आईटी सेल के प्रदेश अध्यक्ष अभय तिवारी ने कहा, ‘प्रदेश में होनेवाले आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी का टिकट मांगनेवालों को सोशल मीडिया पर सक्रिय होना जरूरी है.’ उन्होंने कहा, ‘जो दावेदार सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं होगा, उसकी दावेदारी पर विचार नहीं किया जायेगा.’ तिवारी ने कहा, ‘युवा मतदाता सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं और उन तक इस माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है.’ उन्होंने बताया कि पार्टी सोशल मीडिया में मजबूती की दिशा में कई कड़े कदम उठा रही है. इसी क्रम में प्रदेश एवं जिले के सभी कांग्रेस पदाधिकारियों, वर्तमान विधायक एवं टिकट के दावेदारों को सोशल मीडिया पर सक्रियता अनिवार्य करने का रविवारको यहां निर्णय लिया गया.
तिवारी ने कहा, ‘आगामी विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी चयन के पूर्व दावेदारों की सोशल मीडिया पर सक्रियता का आकलन करने का भी निर्णय लिया गया है.’ उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर सक्रियता के आकलन का आधार यह है कि दावेदार फेसबुक पेज एवं ट्विटर अकाउंट होने के साथ-साथ व्हाट्सएप पर भी अनिवार्य रूप से सक्रिय हो. इसके अलावा, फेसबुक पेज पर 15,000 लाइक्स, ट्विटर पर 5,000 फॉलोवर और सभी के पास बूथ के लोगों के व्हाट्सएप ग्रुप बने होना अनिवार्य है.
इसके अलावा, मध्यप्रदेश कांग्रेस के ट्विटर/आईएनसीएपपी के सभी ट्वीट को री-ट्वीट और लाइक करना और मध्यप्रदेश कांग्रेस के फेसबुक आईएनसीमध्यप्रदेश के सभी पोस्ट को शेयर और लाइक करना कांग्रेस पदाधिकारियों, वर्तमान विधायकों एवं टिकट के सभी दावेदारों के लिए अनिवार्य है. तिवारी ने बताया कि इन सभी को निर्देशित किया गया है कि 15 सितंबर 2018 तक ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सअप की जानकारी मध्यप्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया और आईटी विभाग में उपलब्ध करायें.