नयी दिल्ली : देश दुनिया में कड़वे प्रवचन के लिए प्रसिद्ध क्रांतिकारी राष्ट्र संत जैन मुनि श्री तरुण सागर जी महाराज का शनिवार सुबह दिल्ली में निधन हो गया. वे 51 वर्ष के थे. जैन मुनि पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे. मुनिश्री ने अपने गुरु की आज्ञा से संल्लेखना समाधि शुरू कर दी थी और आजीवन अन्न-जल का त्याग कर दिया था.
Deeply pained by the untimely demise of Muni Tarun Sagar Ji Maharaj. We will always remember him for his rich ideals, compassion and contribution to society. His noble teachings will continue inspiring people. My thoughts are with the Jain community and his countless disciples. pic.twitter.com/lodXhHNpVK
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2018
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर तरुण सागर जी महाराज के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा, ‘मुनि तरुण सागर जी महाराज के असमय निधन से गहरा दुख हुआ है. उनके ऊंचे आदर्शों और समाज के प्रति योगदान के लिए हम उन्हें हमेशा याद रखेंगे. उनके विचार लोगों को प्रेरणा देते रहेंगे. जैन समुदाय और उनके असंख्य अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदना है.’
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जानकारी के अनुसार शनिवार को ही गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित तरुणसागरम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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यहां चर्चा कर दें कि दिल्ली में कई जैन संत उनकी समाधि (मृत्यु महोत्सव) कराने उनके पास पहुंच रहे थे. साथ ही पूरे जैन समाज के साथ उनके चाहने वाले भक्तों ने मुनि श्री के स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना शुरू कर दी थी और समस्त जैन समाज ने देश भर में अपने-अपने स्थानों पर नमोकार महामंत्र का जप करते हुए उनके स्वास्थ्य के लिए मंगल भावना कर रहे थे.
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जानकारी के अनुसार 20 दिन पहले मुनिश्री को पीलिया हुआ था लेकिन औषधियां देने के बाद भी उनकी सेहत में सुधार नहीं हो रहा था. उन्होंने इलाज भी बंद करा दिया था और चातुर्मास स्थल पर जाने का निर्णय लिया था.