नयी दिल्ली : तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के केंद्र में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से नाता तोड़ लेने के बाद अपने पहले दिल्ली दौरे पर आये आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवारको कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी( एनसीपी) नेता शरद पवार और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) की नेता हरसिमरत कौर बादल सहित कई विपक्षी पार्टियों और भाजपा की सहयोगी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की.
संसद के सेंट्रल हॉल में हुई इस मुलाकात का मकसद तेदेपा की ओर से केंद्र के खिलाफ पेश किये गये अविश्वास प्रस्ताव पर समर्थन जुटाना था. तेदेपा ने यह आरोप लगाते हुए भाजपा से नाता तोड़ लिया था कि वह आंध्र प्रदेश की अनदेखी कर रही है और केंद्र सरकार राज्य को विशेष दर्जा देने में नाकाम रही है. मुख्यमंत्री की मीडिया इकाई की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक, नायडू ने नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय, भाकपा के नेता डी राजा, अन्नाद्रमुक के नेता वी मैत्रेयन, अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल और समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव से भी मुलाकात की.
संभवत: नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए तेदेपा के सांसद टीजी वेंकटेश ने पत्रकारों से कहा, ‘मुख्यमंत्री संसद में प्रमुख नेताओं से मिल रहे हैं, ताकि देश को संदेश दिया जा सके कि सिर्फ प्रतिबद्धताएं जताना नहीं, बल्कि उनका मान रखना भी बहुत अहम है.’ तेदेपा ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार आंध्र प्रदेश के प्रति अपनी प्रतिबद्धताएं पूरी करने में नाकाम रही है.