नयी दिल्ली : गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में पिछले साल हुई सात वर्षीय बच्चे की हत्या के मामले में सरकार ने आज केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को इस घटना के बारे में सूचना नहीं दी और पुलिस को बच्चे के माता-पिता से इसकी जानकारी मिली.
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लोकसभा में रमा देवी और राम टहल चौधरी के प्रश्न के लिखित उत्तर में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने आज यह जानकारी दी. मंत्री ने सीबीएसई की दो सदस्यीय जांच टीम की रिपोर्ट का ब्यौरा सदन में पेश किया. इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए कुशवाहा ने बताया, ‘स्कूल प्रबंधन बच्चे की मृत्यु की सूचना पुलिस और शिक्षा विभाग को देने में असफल रहा. इसकी सूचना माता-पिता द्वारा पुलिस को दी गयी. रिपोर्ट के ब्यौरे के अनुसार स्कूल द्वारा रखे गए ड्राइवर और कंडेक्टर के लिए अलग से कोई शौचालय नहीं था.
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वे विद्यार्थियों और अन्य कर्मचारियों के लिए बनाए गए शौचालयों का ही उपयोग कर रहे थे. शौचालयों में बाहर से किसी प्रकार के अनाधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए शौचालय की खिड़की पर लोहे की सलाखें भी नहीं थीं. इसमें यह भी कहा गया है कि स्कूल की चाहरदीवारी की ऊंचाई भी पर्याप्त नहीं थी. गौरतलब है कि आठ सितंबर, 2017 को रेयान इंटरनेशनल स्कूल के सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या कर दी गई थी. पहले इस मामले में एक ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया, हालांकि बाद में 11वीं कक्षा के एक छात्र को गिरफ्तार किया गया.