नयी दिल्ली : राज्यसभा से आज 40 सांसद रिटायर हो रहे हैं. उनकी जगह हाल में द्विवार्षिक चुनाव में चुने गये नये सांसद लेंगे. इस दौरान राज्यसभा में आज रिटायर होने वाले सांसदों को बोलने का अवसर मिला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान सांसदों के प्रति आभार व शुभकामनाएं प्रकट की. लेकिन, इस दौरान भी कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी और समाजवादी पार्टी के बागी सांसद व अब भाजपा में शामिल नरेश अग्रवाल चर्चा में आ गये. दोनों सदन का सदस्य रहते हुए भी अपने अंदाज व बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहे. रेणुका चौधरी बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनकी हंसी की तुलना रामायण सीरियल की हंसी से किये जाने के कारण और नरेश अग्रवाल सपा से राज्यसभा का टिकट कटने पर जया बच्चन पर की गयी टिप्पणी के कारण मीडिया की सुर्खी बन गये थे.
रेणुका चौधरी ने आज सदन से अपने विदाई भाषण के दौरान कहा कि सदन में महिलाओं की भागीदारी बढ़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि महिलाओं पर आज भी सूर्पनखा जैसी टिप्पणी की जा रही है. उन्होंने सोनिया गांधी का उल्लेख करते हुए कहा कि राजनीति में उनका योगदान देश भूल नहीं पाएगा.उन्होने कहा कि हमने ऐसे-ऐसे नेता सदन में देखे हैं जो रात-दिन जनता के लिए तैयार रहते हैं. रेणुका चौधरी ने पुराने दिनों की याद ताजा करते हुए कहा कि मैं जब पहली बार सदन में आयी थी, तब मेरी तीन महीने की बच्ची थी और आज जब रिटायर हो रही हूं तो मेरी बेटी की तीन साल की बेटी है. उन्होंने कहा कि वे जूनियर बन कर सदन में आयी थीं और अब सीनियर बन कर जा रही हैं. वहीं, सभापति वेंकैया नायडू ने हल्के अंदाज में रेणुका चौधरी से कहा कि आप अपना वजन कम करके पार्टी का वजन बढ़ाने पर ध्यान दें.
वहीं, नरेश अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं कई बार उनके लिए कटु शब्द कहे इसके बावजूद उन्होंने मुझे स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि मैंने कभी अपमान सहा नहीं है और मेरी चौथी पीढ़ी राजनीति में है. उन्होंने यह भी कहा की मीडिया ने उनके बयानों को टीआरपी के लिए गलत ढंग से पेश किया.
नरेश अग्रवाल ने कहा कि उनका पूरा जीवन संघर्ष में बीता है और उन्होंने कभी हार नहीं मानी है. उन्होंने कहा कि उन्हें हमेशा जनता का साथ मिलता रहा है.
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