नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फिल्म पद्मावत की रिलीज के विरोध में गुरुग्राम में भीड़ द्वारा एक स्कूली बस पर किये गये हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि जिन ताकतों ने ‘मुस्लिमों को मारा और दलितों को जलाया’ वे अब ‘हमारे घरों में अतिक्रमण कर रही हैं और हमारे बच्चों के पीछे हैं.’
केजरीवाल ने कहा कि ‘बांटने वाली ताकतों’ के खिलाफ बोलना जरूरी हो गया है. जब मुस्लिमों को निशाना बनाया, दलितों को निशाना बनाया गया तब चुप रहे, लेकिन अब बच्चों को निशाना बनाया गया है, अब उस तरह से चुप नहीं रह सकते. उन्होंने कहा, मैं सभी से अपील करता हूं. हम अब चुप नहीं रह सकते. उन्होंने मुस्लिमों को मारा, दलितों को जलाया, उन्हें पीटा.
आज उन्होंने हमारे बच्चों पर पथराव किया है और हमारे घरों में अतिक्रमण कर हरे हैं. अब चुप नहीं रहें, बोलें. दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल यहां उत्तरी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने 40 मिनट के अपने भाषण में कहा कि यह देश के लिए डूब मरने वाली बात है, ‘शर्म’ की बात है कि गणतंत्र दिवस से पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से कुछ किलोमीटर दूर स्कूली बच्चों पर पथराव किया गया.
केजरीवाल ने कहा, मैंन हमले का वीडियो देखा, वीडियो देखने के बाद मैं रात भर नहीं सो पाया. उन्होंने कहा, ‘यह राम, कृष्ण, गौतम बुद्ध, महावीर, गुरुनानक, कबीर और मीरा तथा पैगम्बर मोहम्मद और ईसा मसीह के अनुयायियों की धरती है. मैं पूछना चाहता हूं कि क्या पथराव करने वाले हिंदू, मुस्लिम या ईसाई थे? कौन सा धर्म बच्चों के खिलाफ हिंसा सिखाता है?’
उन्होंने कहा, ‘मैं यह मुद्दा गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले भरे मन से उठा रहा हूं क्योंकि मैं अपने देश से प्रेम करता हूं. मैं देश में ऐसी हिंसा नहीं देख सकता. यहां पर लोग अपने देश से प्रेम करते हैं और शांति एवं प्यार चाहते हैं. मैं केंद्र के हुक्मरानों से अनुरोध करता हूं कि कृपया हमें छोड़ दें.