चंडीगढ़: चंडीगढ़ के हाई प्रोफाइल स्टॉकिंग मामले में सोमवार को कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान वरिष्ठ आईएएस अधिकारी वीरेंद्र कुंडु की बेटी वर्णिका कुंडु से करीब पांच घंटे में 500 सवाल पूछे गये जो चर्चा का विषय बना हुआ है. मामले में हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला मुख्य आरोपी है. सवाल-जवाब के क्रम में वर्णिका ने बताया कि घटना से एक दिन पहले यानी 3 अगस्त को उनकी कार खराब हो गयी थी जिसके अगले दिन वह सेक्टर 8 से रात 11.15 बजे अपनी कार लेने पहुंची. आरोप है कि इसके एक घंटे बाद विकास बराला और उसके दोस्त ने वर्णिका की कार का पीछा किया.
क्या है बचाव पक्ष का आरोप
बचाव पक्ष के वकील ने दावा किया कि घटना से एक घंटे पहले वर्णिका के मोबाइल टॉवर का लोकेशन रोपड़ जिले के फतेहपुर गांव, चमकौर साहिब पाया गया था. जबकि वर्णिका ने इस दावे को खारिज किया है. सूत्रों की मानें तो अपनी बात साबित करने के लिए बचाव पक्ष ने वर्णिका के दिये बयान पर प्रश्न चिन्ह लगाया है. बचाव पक्ष की ओर से आरोप लगाया कि वर्णिका के अंकल और पिता ने शिकायत लिखी और वर्णिका के हस्ताक्षर भी नकली थे.
जानें आखिर क्या है मामला
4 अगस्त 2017 की रात करीब 12 बजे चंडीगढ़ में आईएएस अधिकारी की बेटी वर्णिका अपनी कार से जा रही थी. इस दौरान कार सवार दो लड़कों ने उसका पीछा किया. उसकी कार के आगे अपनी कार लगाकर उसे रोकने का प्रयास किया और कार के शीशे पर हाथ मारे. इस घटना के बाद वर्णिका ने 100 नंबर पर कॉल किया जिसके बाद फौरन पुलिस पहुंची और तभी पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था.