मुंबई : एलफिन्स्टन रोड रेलवे स्टेशन के ब्रिज पर मची भगदड़ के बाद राजनीति शुरू हो गयी है. कांग्रेस, शिवसेना के बाद अब इस मुद्दे पर राज ठाकरे भी केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया है. राज ठाकरे ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक रेलवे के पुराने इन्फ्रस्टक्टर को सही नहीं किया जाता, मुंबई में बुलेट ट्रेन की एक ईंट भी नहीं रखने दी जाएगी.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी जी बुलेट ट्रेन गुजरात में ही चलाएं मुंबई में चलने नहीं देंगे. उन्होंने कहा, दुश्मनी के लिए पाकिस्तान की क्या जरूरत जब हमारी रेलवे ही लोगों की जान लेने के लिए काफी है.
राज ठाकरे ने बोले, 5 अक्टूबर को हम चर्चगेट से वेस्टर्न रेलवे के हेडक्वॉर्टर तक मार्च निकालेंगे और इन्फ्रस्टक्चर के बारे में सवाल पूछेंगे. उसी दौरान मुंबई लोकल से जुड़े मुद्दों की लिस्ट रेलवे को दी जाएगी और इसकी समय सीमा भी बताई जाएगी. मनसे प्रमुख ने कहा कि रेलवे घटना होने का इंतजार कर रही थी. रेलवे स्टेशनों की हालत अच्छी नहीं है. लोगों ने इस बारे में पहले शिकायतें की थी. हमारी पार्टी के लोगों ने रेलवे को पत्र लिखा था. पिछले 10-15 सालों से एलफिंस्टन स्टेशन ब्रिज के लिए रेलवे को पत्र लिखा जा रहा है, लेकिन कुछ नहीं हुआ.
राज ठाकरे ने यहां कहा कि अगर इतनी बड़ी संख्या में दूसरे प्रांतों के लोग मुंबई आते रहे तो शहर में ऐसी भगदड़ होती रहेगी. उन्होंने साथ ही चेतावनी दी कि जब तक स्थानीय रेलवे का बुनियादी ढांचा नहीं सुधरता, मुंबई में बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए एक भी ईंट नहीं लगानी दी जाएगी. पूर्व में कई बार दूसरे प्रांतों के मुंबई आने वाले लोगों के खिलाफ बयानबाजी कर चुके मनसे नेता ने यहां के दादर इलाके में स्थित अपने घर कृष्ण कुंज में संवाददाताओं से कहा, दूसरे क्षेत्रों से आने वाले प्रवासियों की भारी भीड़ के कारण बुनियादी ढांचा संबंधी सुविधाएं चरमराती रही हैं.
ठाकरे ने कहा कि वह यहां के सर जे जे कॉलेज में कला की पढाई के दौरान दो साल तक मुंबई उपनगरीय ट्रेन सेवा में सफर कर चुके हैं और आप जिसे मुंबई की जिजीविषा बताते हैं, जो उसे इस तरह की त्रासदियों से उबारती है, वह असल में इस तरह की आपदाओं के कारण उपजने वाली हताशा है. कल एलफिन्सटन रेलवे स्टेशन पर एक संकरे फुट ओवरब्रिज पर व्यस्त समय में मची भगदड़ में कम से कम 22 लोग मारे गए थे और 30 लोग घायल हो गए.
ठाकरे ने कहा कि उनके पार्टी के नेता बाला नंदगांवकर ने पूर्व में अधिकारियों को भगदड़ वाली जगह पर एक नया ओवरब्रिज बनाने के लिए पत्र लिखा था लेकिन उनके सुझाव पर कोई कार्वाई नहीं हुई और इसकी बजाए नंदगांवकर को एमएमआरडीए से संपर्क करने को कहा गया.
उन्होंने कहा कि काकोदकर समिति ने रेलवे के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए एक लाख करोड़ रुपये के व्यय का प्रस्ताव आगे किया था लेकिन उसपर किसी ने अमल नहीं किया और इसकी बजाए बुलेट ट्रेन परियोजना का कार्यान्वयन हो रहा है जिसपर उतना ही खर्च आ रहा है.
मनसे नेता ने कहा, हमें बुलेट ट्रेन चाहिए या बुनियादी रेल ढांचे में सुधार. उन्होंने चरमराती रेल सेवा पर चुप्पी साधने के लिए भाजपा सांसद किरीट सोमैया पर भी निशाना साधा. ठाकरे ने कहा, जब कांग्रेस सत्ता में थी, यह आदमी प्लेटफॉर्म की ऊंचाई नापा करता था. अब जब भाजपा नेतृत्व वाली सरकार में इस तरह की त्रासदियां हो रही हैं तो वह अब कहां है? मनसे नेता ने अपने बारे में दावा किया कि वह भगदड़ की जगह पर या अस्पताल इसलिए नहीं गए क्योंकि टेलीविजन कैमरे की जद में आने के लिए इस तरह की जगहों पर नेता पहुंचे हुए हैं. उन्होंने कहा, वे (रेलवे) कहते हैं कि भगदड़ बारिश के कारण हुई.
मुंबई में पहली बार बारिश नहीं हुई है. ठाकरे ने कहा, पांच अक्तूबर को रेल अधिकारियों को एक समयसीमा के साथ मुंबई के स्थानीय लोगों से संबंधित मुद्दों की एक सूची सौंपी जाएगी. अगर चीजें बेहतर हुईं तो हम देखेंगे (कि आगे क्या करना है). उन्होंने कहा कि स्टेशन पर बने पुलों से गैरकानूनी रेहडी पटरी दुकानदारों को हटाने के लिए भी एक समयसीमा दी जाएगी और उसका पालन ना करने पर पार्टी खुद से उस पर काम करेगी.