नयी दिल्ली: भारतीय सेना के सैन्य अभियानों के महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष से कहा कि पाकिस्तानी सेना द्वारा जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर बिना उकसावे के की जाने वाली किसी भी गोलीबारी और घुसपैठियों को उकसाने के प्रयास पर उचित जवाबी कार्रवाई की जायेगी. टेलीफोन पर अपनी बातचीत में दोनों सैन्य कमांडरों ने नियंत्रण रेखा पर स्थिति के बारे में चर्चा की, जहां पिछले कुछ महीने में पाकिस्तान की तरफ से संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं में इजाफा हुआ है.
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भट्ट और उनके पाकिस्तानी समकक्ष मेजर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा के बीच संवाद का विवरण साझा करते हुए सेना ने एक बयान में कहा कि अगर पाकिस्तानी सेना घुसपैठियों को उकसाती रही और नियंत्रण रेखा के उस पार से गोलीबारी जारी रही, तो भारत समुचित जवाबी कार्रवाई करेगा. इसमें कहा गया कि लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने बातचीत के दौरान पाकिस्तानी सेना द्वारा तनाव बढने के मामलों को रेखांकित किया. भारतीय सेना ने कहा कि नागरिकों की मौत के संबंध में पाक सेना के डीजीएमओ द्वारा उठाये गये मुद्दे पर भारतीय सेना के डीजीएमओ ने कहा कि भारतीय सेना एक पेशेवर सेना है और किसी तरीके से नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचायेगी.
सेना की आेर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान डीजीएमओ की तरफ से संवाद का अनुरोध किया गया था. इस बीच, पाकिस्तानी सेना ने दोनों डीजीएमओ के बीच बातचीत पर एक वक्तव्य में कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत से अनुरोध किया कि वह ‘कथित घुसपैठ के संबंध में कार्रवाई योग्य साक्ष्य प्रदान करे और मुद्दे की सही पहचान के लिए अंदर से देखने का भी अनुरोध किया.
पाकिस्तान के डीजीएमओ ने एलओसी और कामचलाऊ सीमा पर शांति कायम रखने के संकल्प का भी इजहार किया. पाकिस्तानी सेना ने कहा कि हालांकि, नियंत्रण रेखा पर किसी भी रूप में किसी भी भारतीय दुस्साहस का अपनी पसंद के स्थान और समय पर पूरी ताकत के साथ जवाब दिया जायेगा और इसकी जिम्मेदारी आक्रामक भारतीय व्यवहार पर होगी.