छपरा. जिले में इन दिनों वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. डेंगू की आशंका ने लोगों को और भी अधिक सतर्क बना दिया है. ऐसे में शहरी क्षेत्र में नियमित फॉगिंग की मांग तेज हो गयी है. नगर निगम द्वारा सभी 45 वार्डों में फॉगिंग के लिए शेड्यूल जारी किया गया है और सिटी मैनेजर की देखरेख में फॉगिंग कराने का निर्देश भी दिया गया है. लेकिन अधिकांश मोहल्लों में अभी तक फॉगिंग नहीं की गयी, जिससे लोगों में नाराजगी है. नगर निगम के कार्यालय में सुबह से ही लोग फोन कर अपने क्षेत्रों में फॉगिंग कराने की मांग कर रहे हैं.
इन इलाकों में नहीं हुई फॉगिंग, लोगों ने जतायी नाराजगी
तेलपा, मोहन नगर, रावल टोला, रामलीला मठिया, दौलतगंज, नवीगंज जैसे मोहल्लों में फॉगिंग अनियमित है. कई संकरी गलियां ऐसी हैं, जहां मच्छरों का प्रकोप अधिक है, लेकिन छोटी मशीन होने के बावजूद निगम के कर्मी नहीं पहुँच रहे हैं. डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे मच्छर जनित रोगों के फैलने की सबसे अधिक आशंका उन क्षेत्रों में है जहां महीनों से जलजमाव की समस्या बनी हुई है. हाल की बारिश के बाद कई इलाकों में बरसात का पानी अब तक जमा है, जिससे बदबू के साथ मच्छर भी तेजी से पनप रहे हैं. नयी बस्तियों में हालात और भी गंभीर हैं, जहां नाले का निर्माण नहीं हुआ है. जैसे तेलपा मुहल्ला, प्रभुनाथ नगर, रावल टोला आदि क्षेत्रों में स्थिति बेहद खराब है. कई लोगों ने अपने खर्चे से पानी की निकासी करवाई है.
डेंगू की आशंका से लोग हुए सतर्क, बरत रहे सावधानी
डेंगू को लेकर लोग अब पहले से अधिक सजग हो गये हैं. सामान्य बुखार की स्थिति में लोग दो दिन भी इंतजार नहीं कर रहे, बल्कि सीधे चिकित्सकों से संपर्क कर रहे हैं. सदर अस्पताल व निजी अस्पतालों में बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है. डॉक्टर भी डेंगू के लक्षण पाये जाने पर ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेज रहे हैं. घरों में लोग कूलर और गमलों की सफाई, मच्छरदानी का इस्तेमाल और मच्छर भगाने की दवाइयों का उपयोग बढ़ा चुके हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल आने वाले मरीजों को डेंगू से बचाव की सलाह दी जा रही है. साथ ही स्वच्छता और मच्छर नियंत्रण के उपाय अपनाने पर जोर दिया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

