संवाददाता, मुजफ्फरपुर श्री कृष्ण चिकित्सीय अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से लाखों रुपये की दवा चोरी होने के मामले में प्राचार्य सह अधीक्षक डॉ. आभा रानी ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही इमरजेंसी वार्ड की नर्सिंग इंचार्ज रूपम रानी से स्पष्टीकरण मांगा गया है. प्राचार्य ने कहा कि घटना की जानकारी अधिकारियों को न देना विभागीय लापरवाही है. जांच रिपोर्ट के आधार पर नर्सिंग इंचार्ज के खिलाफ मुख्यालय को कार्रवाई के लिए लिखा जायेगा. यह था मामला : इमरजेंसी वार्ड के स्टोर से लाखों रुपये की एंटीबायोटिक, पीसीएम, गैस की दवा, सिरिंज, ग्लव्स और दर्द निवारक दवाएं चोरी हो गयी. बताया गया है कि ये दवाएं स्टॉक से मेल नहीं खा रही हैं और मरीजों के इलाज में इस्तेमाल हुए बिना ही गायब हो गयी. घटना सामने आने के बाद, इमरजेंसी वार्ड इंचार्ज रूपम रानी ने बिना अधीक्षक या उपाधीक्षक को बताए खुद ही सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी. फुटेज में सब कुछ देखने के बाद भी उन्होंने इसकी सूचना अधिकारियों को नहीं दी, जिससे अस्पताल प्रशासन का संदेह गहरा हो गया हैयह भी आशंका जतायी जा रही है कि यह सिर्फ चोरी नहीं, बल्कि एक बड़ा घोटाला हो सकता है. माना जा रहा है कि अस्पताल के ही किसी कर्मचारी की मिलीभगत से यह चोरी हुई है, जिसने ये दवाएं कहीं बेच दीं.
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