संवाददाता, देवघर .शहर में मेडिकल कचरे की अव्यवस्था पर नगर निगम ने एक बार फिर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. निगम ने बताया कि सड़क और निगम के डस्टबिन में हर दिन अस्पतालों व जांच घरों से निकल रहा मेडिकल कचरा फेंका जा रहा है, जो न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक है.
दरअसल एक सप्ताह पूर्व ही नगर आयुक्त रोहित सिन्हा की ओर से सदर अस्पताल सहित 18 निजी अस्पतालों व जांच घरों को नोटिस जारी किया गया था. नोटिस में मेडिकल कचरा प्रबंधन और संबंधित एजेंसी के साथ किये गये टाइअप की जानकारी मांगी गयी थी. अब नगर निगम ने होल्डिंग टैक्स विभाग से 103 निजी अस्पतालों व जांच घरों की सूची मांगी है. सभी को एक सप्ताह के भीतर विस्तृत नोटिस भेजकर जवाब मांगा जायेगा.कचरा प्रबंधन में भारी लापरवाही
नगर प्रबंधक सतीश दास ने बताया कि कई अस्पताल निगम के डस्टबिन या सड़कों पर सीधे मेडिकल कचरा फेंक रहे हैं, जबकि नियमों के अनुसार उन्हें पांच तरह के रंग-बिरंगे डस्टबिन रखने होते हैं. जिसमें कि ब्लू, ग्रीन, रेड, वाइट और ब्लैक रंग शामिल है. इनमें केवल ब्लैक डस्टबिन का कचरा ही निगम को देना होता है, बाकी कचरा अधिकृत एजेंसी को सौंपना अनिवार्य है, लेकिन इसका पालन किसी भी संस्थान की ओर से नहीं किया जा रहा है.ट्रेड लाइसेंस की भी होगी जांच
निगम अब इन संस्थानों के ट्रेड लाइसेंस की भी जांच करेगा, जो भी अस्पताल नियमों की अवहेलना करते पाये जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है