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ब्लड टेस्ट से विलस का आकलन
सीलिएक ऐसी बीमारी है, जिसमें गेंहू में पाये जानेवाले प्रोटीन ग्लूटेन को खाने पर शरीर में इम्यून रिएक्शन होता है, जिससे छोटी आंत को नुकसान पहुंचता है. अभी तक इस बीमारी में आंत के अंदर विलस को पहुंचे नुकसान के आकलन के लिए बायोप्सी करानी पड़ती है, जिसमें मरीज को बहुत ज्यादा दर्द होता है […]
सीलिएक ऐसी बीमारी है, जिसमें गेंहू में पाये जानेवाले प्रोटीन ग्लूटेन को खाने पर शरीर में इम्यून रिएक्शन होता है, जिससे छोटी आंत को नुकसान पहुंचता है.
अभी तक इस बीमारी में आंत के अंदर विलस को पहुंचे नुकसान के आकलन के लिए बायोप्सी करानी पड़ती है, जिसमें मरीज को बहुत ज्यादा दर्द होता है और समय भी काफी लगता है. अब सिर्फ दो ब्लड टेस्ट से ही इसका पता चल जायेगा.
मरीज का इलाज जल्दी और आसानी से होगा. एम्स, दिल्ली के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी के डॉक्टर गोविंद मखारिया कहते हैं, बायोप्सी के लिए इंडोस्कोपी की जाती है और यह मशीन मुंह के जरिये पेट के अंदर जाती है, तब जाकर जांच पूरी होती है. इसलिए अधिकतर लोग यह जांच नहीं कराना चाहते. नयी जांच देशभर के डॉक्टरों के लिए मददगार साबित होगी.
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