जब कभी भी हमारे सामने मनी मैनेजमेंट का मसला आता है, हमारा ध्यान बैंक, पोस्ट ऑफिस, शेयर मार्केट आदि औपचारिक मनी मैनेजमेंट के साधनों पर चला जाता है. हममें से शायद ही कोई इस बात पर ध्यान देता है कि हम अपने दिन-प्रतिदिन के अपने छोटे-मोटे प्रयासों के जरिये भी काफी बचत कर सकते हैं. जानिए कैसे?
जरूरी नहीं कि हमेशा बैंक या पोस्ट ऑफिस में पैसे जमा करके या शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट द्वारा ही पैसे बचाये या बढ़ाये जा सकते हैं. हम अपने रोजमर्रा की आदतों में थोड़ा-बहुत बदलाव करके भी काफी बचत कर सकते हैं. जैसे –
थोक में सामान खरीदना
हर दिन कुछ-न-कुछ खरीद कर अगर महीने में एक बार थोक में किचन का सामान, सप्ताह में एक बार सब्जियां आदि खरीदी जायें, तो इससे आपको उसके कुल भुगतान में अकसर थोड़ी छूट मिल जाती है. जैसे मान लें, अगर आपके सारे सामान का बिल 4500 रुपये बना हो, तो आपको इस पर 500 रुपये की बचत मिल सकती है. यह लाभ खुदरा खरीददार को नहीं मिल पाता है.
सेल का फायदा उठाएं
कुछ लोगों का मानना होता है कि सेल के दौरान ज्यादातर कंपनियां छंटा हुआ माल बेचने के लिए मार्केट में उतार देती हैं. कुछ हद तक यह सही भी है. इसके बावजूद, राशन या खाने-पीने के सामान में सेल के दौरान काफी बचत करने का मौका मिलता है. कपड़े, जूते, कॉस्मैटिक्स आइटम्स आदि की खरीदारी भी अगर सजगता से जांच-परख कर की जाये, तो भी फायदे की पूरी संभावना होती है. सबसे जरूरी बात कि जिन चीजों की जरूरत हो, वही खरीदें. सस्ते के लालच में फालतू का सामान भी न खरीद लें
बचत का बहाने तलाशें
पलक जब भी मार्केट जाती है और दुकानदार उसे 10/20/50 रुपये के नये नोट देता है, तो वह उसे खर्च करने के बजाय एक अलग पर्स में डाल देती है. इसी तरह एक गुल्लक में वह पांच या दस के केवल सिक्के जमा करती है. ऐसे ही करके उसने एक महीने में करीब दो हजार रुपये जमा कर लिये और साल के औसतन 25 हजार रुपये. ऐसा आप भी कर सकती हैं. बस इसके लिए जरूरत है थोड़ी-सी चतुराई और बचत के कुछ नये बहानों की.
तय तारीख पर भुगतान करें
अगर आपको ड्यू डेट के बाद क्रेडिट कार्ड, बिजली बिल, इनकम टैक्स रिटर्न आदि का भुगतान करने की आदत है, तो इसे तुरंत ही बदल डालें. इससे आप पेनाल्टी के रूप में एक्सट्रा अमाउंट पे करने से बच जायेंगी.
साथ ही कई बैंक एवं कंपनियां अंतिम तिथि से पूर्व भुगतान करने पर कुछ छूट भी ऑफर करती हैं, जो कि आपके लिए फायदेमंद रह जाता है.
अन्य आवश्यक सुझाव
फिजूलखर्ची से बचें.
जहां तक हो सके, लोन लेने से बचें.
वित्तीय निर्णयों को लेने में देरी न करें.
कहीं भी इनवेस्ट करने से पूर्व किसी फाइनेंसियल एक्सपर्ट को कंसल्ट करना न भूलें.
खुद के साथ-साथ अपने परिवार के अन्य सदस्यों और बच्चों को भी बचत के लिए प्रेरित करें.