Parenting Tips: आज के समय में अगर देखा जाए तो पैरेंट्स के लिए उनके बच्चे को काबू में रख पाना अपने आप में एक चैलेंज बन गया है. बच्चे जिद्दी भी हो रहे हैं और साथ ही अपने माता-पिता की बातों को भी नहीं मान रहे हैं. जब ऐसा होने शुरू होता है तो पूरे घर का माहौल तो खराब होता है और साथ ही उनकी टेंशन भी बढ़ती जा रही है. जब पैरेंट्स टेंशन में होते हैं और बच्चे को घर में भी सुकून नहीं मिलता तो ऐसे में वे घर से बाहर जाकर गलत लोगों की संगत में फंस जाते हैं. अगर आपके बच्चे के साथ ऐसा हो रहा है और आप उसे समय रहते काबू में करना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित होने वाली है. आज हम आपको कुछ ऐसे कारण बताने जा रहे हैं जिनकी वजह से आपके बच्चे बिगड़ रहे हैं और आपके लिए उन्हें काबू में रख पाना मुश्किल हो रहा है. चलिए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से.
इमोशंस को नजरअंदाज करना
अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे आपसे जुड़े हुए रहे तो ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि आप उन्हें प्यार दें और साथ ही उन्हें समझने की कोशिश भी करें. इसके अलावा आपको इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि आप उनके इमोशंस को नजरअंदाज न करें. जब आप ऐसा करते हैं तो वे अपने अंदर के डर, स्ट्रेस और खुशियों को आपसे शेयर नहीं कर पाते हैं. लंबे समय तक ऐसा होते रहने से वे चिड़चिड़े हो जाते हैं और आपका उनपर कंट्रोल नहीं रह जाता है. अपने बच्चे से खुलकर बात करें और उनके इमोशंस को समझें ताकि रिश्ते में दूरी न आये और न ही वे बिगड़े.
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हद से ज्यादा कंट्रोल करने की कोशिश
अक्सर पैरेंट्स की यह सोच होती है कि अगर वे अपने बच्चे पर कंट्रोल रखने के लिए कड़े नियम लागू करेंगे तो वे बिगड़ेंगे नहीं. एक्सपर्ट्स के अनुसार जब आप अपने बच्चे के साथ हद से ज्यादा सख्ती से रहते हैं तो वे इसका विरोध करने लगते हैं और उनके अंदर गुस्से की भावना जाग जाती है. अगर आप नहीं चाहते हैं कि ऐसा हो तो आपको उन्हें खुलकर सांस लेने की आजादी भी देनी चाहिए. अपने बच्चों को खुद अपने फैसले लेने दें ताकि वे एक बेहतर और जिम्मेदार इंसान बन सकें.
हर समय टेक्नोलॉजी से घिरे रहना
आज के समय में पैरेंट्स इस बात से भी काफी ज्यादा परेशान हैं कि उनके बच्चे अपना ज्यादातर समय स्मार्टफोन या फिर कंप्यूटर के साथ बिताता है. अगर समय रहते उन्हें रोका न जाए तो वे आपसे दूर हो सकते हैं और साथ ही उनके अंदर इमोशंस भी खत्म हो सकते हैं. जब आपके बच्चे काफी देर तक अपना समय सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी के बीच बिताता है तो ऐसे में वह मेंटली स्टेबल नहीं रह पाता है. अगर आप नहीं चाहते हैं कि ऐसा हो तो आपको उनके स्क्रीन टाइम को स्ट्रोल करना चाहिए और साथ ही डिजिटल एक्टिविटीज पर नहीं आपको नजर रखनी चाहिए.
परिवार में स्ट्रेस और झगड़े
घर का माहौल कैसा है इस बात का काफी गहरा असर बच्चे के दिमाग और उसके बर्ताव पर पड़ता है. अगर घर पर आये दिन लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं या फिर तेज चिल्लाने की आवाजें आती है तो इससे भी बच्चे परेशान हो जाते हैं और उनके अंदर से सुरक्षा की भावना खत्म हो जाती है. एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि घर पर बच्चों को प्यार मिले और साथ ही इज्जत भी. इसके अलावा पैरेंट्स एक पॉजिटिव माहौल बरकरार रखकर भी बच्चों को काबू में रख सकते हैं.

