Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा एक महान संत थे, जिनकी उपस्थिति केवल शारीरिक रूप में नहीं, बल्कि हर भक्त के हृदय में एक जीवित चमत्कार के रूप में महसूस की जाती थी. उन्होंने अपने जीवन को भक्ति, प्रेम और सेवा के आदर्श पर आधारित किया और हर किसी को ईश्वर के साथ गहरे संबंध स्थापित करने की प्रेरणा दी. हनुमान जी के प्रति उनका अडिग प्रेम और समर्पण इतना प्रगाढ़ था कि भक्तों ने उन्हें हनुमान जी का ही जीवित रूप मान लिया. उनकी उपस्थिति में जो शांति, श्रद्धा और दिव्य ऊर्जा का अहसास होता था, वह आज भी उनके कैंची धाम आश्रम में अनुभव किया जा सकता है. उन्होंने जीवन भर भक्तों को प्रेम और सेवा भाव का ज्ञान दिया. इसके अलावा, उन्होंने जीवन जीने की कई उपदेश देने के साथ एक मंत्र को महामंत्र बताया था. ऐसे में आइए नीम करोली बाबा ने किस मंत्र को महामंत्र के रूप में वर्णित किया है.
नीम करोली बाबा इस मंत्र को बताया महामंत्र
नीम करोली बाबा हनुमान जी के परम भक्त थे और उन्होंने हमेशा लोगों को हनुमान भक्ति की राह अपनाने की सलाह दी. उनका मानना था कि हनुमान चालीसा की हर पंक्ति अपने आप में एक शक्तिशाली महामंत्र है, जो जीवन में चमत्कार ला सकती है. बाबा कहते थे कि यदि सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए, तो जीवन के दुख-दर्द मिट जाते हैं और इच्छाएं पूर्ण होती हैं. उनके अनुसार, यह प्रार्थना केवल शब्द नहीं, बल्कि आत्मा को शक्ति देने वाला साधन है. बाबा ने कई स्थानों पर हनुमान मंदिरों का निर्माण करवाया और लोगों को भक्ति, सेवा और श्रद्धा के माध्यम से ईश्वर से जुड़ने का मार्ग दिखाया. उनकी दिव्य शक्तियों को अनुभव करने वाले आज भी उन्हें आदरपूर्वक स्मरण करते हैं.
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नीम करोली बाबा का मंत्र
मैं हूं बुद्धि मलीन अति, श्रद्धा भक्ति विहीन।
करु विनय कछु आपकी, होउ सब ही विधि दीन।।
श्रद्धा के यह पुष्प कछु, चरणन धरि सम्हार।
कृपासिंधु गुरुदेव प्रभु, करि लीजे स्वीकार।।
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