Parenting Mistakes: कई बार हम माता-पिता बनकर सोचते हैं कि सिर्फ प्यार और जरूरतें पूरी करना ही परवरिश है, लेकिन असल में बच्चों की परवरिश एक साइंस है, जिसमें छोटी-छोटी बातें बड़ी भूमिका निभाती हैं. आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे 5 सीक्रेट्स जिन्हें जानकर आप समझ पाएंगे कि एक बच्चे को कैसे सफल, समझदार और खुशहाल बनाया जा सकता है. चलिए जानते है विस्तार से.
क्या आपका बच्चा आपसे डरता है या आपसे जुड़ा हुआ है?
बहुत से माता-पिता अनुशासन के नाम पर बच्चों को डरा देते हैं. इससे बच्चा आज्ञाकारी तो बन सकता है, लेकिन वह कभी अपने मन की बात नहीं कह पाएगा. असली परवरिश तब होती है जब बच्चा आपसे बिना डरे हर बात शेयर कर सके.
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बच्चों का भविष्य तय करते हैं आपकी बातें
क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि आप दिनभर में अपने बच्चे से क्या-क्या कहते हैं? “तू कुछ नहीं कर सकता”, “तू हमेशा गलती करता है” जैसे वाक्य बच्चों की सोच को कुंठित कर देते हैं. वहीं, “तुम कर सकते हो”, “मुझ पर भरोसा है तुम्हारे ऊपर” जैसे शब्द उनमें आत्मविश्वास भर देते हैं. आपकी बातें उनके दिमाग में गहराई से बैठती हैं.
क्या आप बच्चों को ‘ना’ कहना सिखा रहे हैं?
बहुत से माता-पिता अपने बच्चों को हर चीज दिला देते हैं जैसे कि खिलौने, मोबाइल, चॉकलेट और बाकी सभी चीजें. लेकिन क्या आप जानते हैं, हर बार “हां” कहने से बच्चा “ना” सुनने की ताकत खो देता है? जब असल जिंदगी में उसे किसी से ना मिलेगी, वह टूट सकता है. इसलिए उन्हें बाउंडरीज की वैल्यू समझाना जरूरी है.
क्या आपने कभी बच्चे से माफी मांगी है?
अगर नहीं, तो शायद आपसे एक बड़ा मौका छूट गया है. बच्चों को यह सिखाना कि गलती कोई भी कर सकता है और माफी मांगना कमजोरी नहीं बल्कि ताकत है या काफी ज्यादा जरूरी हो जाता है. यह उन्हें विनम्र और भावनात्मक रूप से मजबूत बनाता है. आप जब खुद उदाहरण बनते हैं तभी वे सीखते हैं.
बच्चे के करियर का चुनाव
हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा डॉक्टर, इंजीनियर या अफसर बने. लेकिन, क्या आपने कभी पूछा कि वह क्या बनना चाहता है? अपने सपनों को थोपने के बजाय उसके सपनों को पंख दें और यही असली परवरिश है.
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