हल्की बुखार, खांसी, गले में खराश और सर्दी आम तौर पर कोरोना वायरस के यहीं प्रारंभिक लक्षण है. लेकिन क्या आप जानते है इसके अलावा भी कोरोना के एक लक्षण है जो छिपा रहता है और कोरोना के मरीजों को सबसे ज्यादा खतरा इसी से है. जी हां, अगर आपका ऑक्सीजन लेवल गिर रहा है और सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो इस बिल्कुल भी नजर अंदाज न करें. और तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें. बता दें, कोरोना के नए स्ट्रेन में ऑक्सीजन लेवल तेजी से गिरता है. इसे हैप्पी हाईपोक्सिया कहते है.
क्या है हाइपोक्सियाः कोरोना वायरस के नये लक्षण में सबसे प्रमुख रूप से हाइपोक्सिया का नाम उभरकर सामने आ रहा है. हाइपोक्सिया का सीधा मतलब है खून में ऑक्सीजन की कमी. दरअसल, एक स्वस्थ आदमी के खून में 95 से 99 फीसदी ऑक्सीजन की मात्रा होनी चाहिए. लेकिन अगर कोरोना के कारण ऑक्सीजन लेवल घटकर 90 से कम हो जाए तो ऐसे में तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क में आकर अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी जाती है.
क्या कहते है चिकित्सकः कोरोना के नये स्ट्रेन में गले में खरास, हल्की खांसी, बुखार के साथ सांस फूले तो ऐसे में तुरंत ऑक्सीजन की जांच करानी चाहिए. ऐसा कई बार देखा गया है कि कोरोना के नए स्ट्रेन में एक दिन में ही ऑक्सीजन लेवल 90 से 80 तक पहुंच जा रहा है. बता दें, एक स्वस्थ आदमी एक मिनत में औसत 24 बार सांस लेता है. लेकिन अगर किसी व्यक्ति की सांस फूल रही है और वह 30 से अधिक बार सांस ले रहा है तो स्थिति गंभीर समस्या की ओर इशारा कर रही है.
इन लक्षणों से करे पहचानः कोरोना के नए स्ट्रेन में शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा तेजी से घटने लगती है. इससे हमारी सांसे तेजी से चलने लगती है और चेहरे का रंग गुलाबी से हल्का नीला दिखने लगता है. होठोंपर भी नीलापन आ जाता है. म्डिकल टर्म में इसे स्यानोसिस कहा जाता है. इसके अलावा ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है तो सांस लेने में तकलीफ होने लगती है, छाती में दर्द शुरू हो जाता है, सीने में एक दबाव सा पड़ने लगता है. अगर किसी में भी ऐसे लक्षण दिख रहे है तो इसे कहीं से भी नजरअंदाज न करें.
Posted by: Pritish Sahay