War 2: ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर की मच अवेटेड एक्शन स्पाई-थ्रिलर ‘वॉर 2’ ने रिलीज के शुरुआती दिनों में बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार शुरुआत की थी. फिल्म ने महज दो दिनों में 100 करोड़ का आंकड़ा छू लिया था, लेकिन इसके बाद फिल्म की रफ्तार थम रही है.
यशराज फिल्म्स की स्पाई यूनिवर्स का हिस्सा होने के बावजूद, फिल्म 7 दिनों से 200 करोड़ पार करने में भी जूझती नजर आ रही है. अब इस सुस्ती को लेकर ट्रेड एक्सपर्ट्स ने अपनी राय दी और फिल्म की कमजोरी के 3 बड़े कारण बताए हैं.
वॉर 2 की कहानी कमजोर
ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने साफ कहा कि ‘वॉर 2’ की सबसे बड़ी खामी इसकी कहानी रही. उन्होंने बताया कि भले ही ट्रेलर, टीजर और गानों ने शुरुआती भीड़ खींची हो, लेकिन लंबे समय तक दर्शकों को जोड़ने के लिए दमदार कंटेंट चाहिए. पहले दिन से ही फिल्म के वर्ड ऑफ माउथ निगेटिव रहे, जिसका असर इसकी कमाई पर साफ दिखा.
छुट्टियों में भी कमजोर प्रदर्शन
फिल्म को स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी जैसे बड़े छुट्टी वाले वीकेंड का फायदा मिल सकता था, लेकिन इसके बावजूद कलेक्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़े. इसपर तरण आदर्श का मानना है कि अगर कोई फिल्म छुट्टियों पर भी अच्छा प्रदर्शन न कर पाए, तो इसका मतलब है कि उसमें कंटेंट स्तर पर गंभीर कमी है.
स्पाई और यूनिवर्स-बेस्ड फिल्मों से थकान
वहीं, सिनेमाघर मालिक और विश्लेषक विशेक चौहान ने कहा कि दर्शक अब लगातार आ रही स्पाई और यूनिवर्स-बेस्ड फिल्मों से ऊब चुके हैं. उन्होंने बताया कि हॉलीवुड में इसे “सुपरहीरो फैटीग” कहा जाता है और यही थकान अब भारतीय दर्शकों में भी दिख रही है. ‘टाइगर 3’ और ‘फाइटर’ के कमजोर प्रदर्शन के बाद ‘वॉर 2’ ने भी यही ट्रेंड फॉलो किया.
कुल मिलाकर, दमदार स्टारकास्ट और बड़े पैमाने के बावजूद, ‘वॉर 2’ की कहानी और ताजगी की कमी दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में असफल रही. यही वजह है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धीरे-धीरे पीछे छूट रही है.

