Hera Phera 3: अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी और परेश रावल की कॉमेडी ड्रामा ‘हेरा फेरी 3’ इंतजार दर्शक लंबे वक्त से कर रहे हैं. इस फ्रेंचाइजी की पहली दोनों किस्त सुपरहिट रहीं और कल्ट साबित हुई. आज भी इसका हर किरदार फैंस के दिल के करीब है. सबसे ज्यादा तो परेश रावल का बाबूराव वाला रोल, जिसके आइकॉनिक डायलॉग को आज भी मीम्स और रील्स में इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि इस किरदार को बखूबी निभाने वाले एक्टर परेश रावल को यह रोल एक ‘फांसी का फंदा’ लगता है. ऐसा क्यों, इस बात का खुलासा उन्होंने खुद अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में किया है.
बाबूराव के किरदार से छुटकारा चाहते हैं परेश
परेश रावल ने हाल ही द लल्लनटॉप के साथ खास इंटरव्यू में कहा, ‘मेरा हेरा फेरी का रोल गले का फंदा है. मैं 2006 में हेरा फेरी की रिलीज के बाद 2007 में विशाल भारद्वाज के पास गया। मैंने उनसे कहा कि मैं इस फिल्म से बनी इमेज के छुटकारा चाहता हूं. मैंने उनसे कहा कि मुझे उसी गेटअप में एक रोल दें लेकिन एक एकदम अलग. मैं एक एक्टर हूं. मुझे ऐसे दलदल में फंसना नहीं है. लेकिन विशाल ने मुझसे कहा कि मैं किरदारों का रीमेक नहीं बनाता. फिर मैं 2022 में उसी गुजारिश के साथ आर.बाल्की के पास गया. मैंने उनसे उसी गेट-अप में एक अलग किरदार मांगा. मैंने उनसे कहा, मुझे घुटन महसूस होती है. मैं खुश महसूस करता हूं लेकिन ये मुझे बांधता है. मैं इससे मुक्ति चाहता हूं. ये बहुत बुरा है.’
‘मुझे इसमें कोई खुशी नहीं है…’
परेश रावल ने आगे हेरा फेर 3 में काम करने पर भी बात की. उन्होंने कहा, ‘जब आप सीक्वल बनाते हैं तो आप एक ही चीज बनाते हैं. लगे रहो मुन्नाभाई की तरह मुन्नाभाई MBBS नहीं. जहां आप किरदारों को अलग डायरेक्शन्स में ले जाते हैं. हर कोई सीक्वल से पैसा कमाना चाहता है लेकिन उस किरदार के साथ कुछ अलग करना चाहता है, जिसकी कमाई ही 500 करोड़ रुपये की है. इसे क्यों न आगे बढ़ाया जाए? लेकिन इसमें मानसिक दिवालियापन या सुस्ती है. मैं सीक्वल इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मैं नहीं चाहता कि फिल्म अटक जाए. वैसे मुझे इसमें कोई खुशी नहीं है.’