नयी दिल्ली : फिल्म जगत में उत्कृष्ट योगदान के लिए जानेमाने फिल्मकार और निर्माता कासीनाधुनी विश्वनाथ को वर्ष 2016 के दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया है. तेलुगू, तमिल और हिंदी में प्रशंसनीय फिल्में बनानेवाले विश्वनाथ भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान पाने वाले 48वें फनकार होंगे. पुरस्कार में उन्हें एक स्वर्णकमल, 10 लाख रुपये नकद और एक शॉल प्रदान किया जायेगा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी तीन मई को यहां विज्ञान भवन में एक समारोह में उन्हें सम्मानित करेंगे.
87 वर्षीय विश्वनाथ को सम्मानित करने की दादा साहब फाल्के सम्मान समिति की सिफारिश को सूचना और प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को स्वीकार कर लिया. पांच राष्ट्रीय फिल्म सम्मान जीत चुके विश्वनाथ को उनकी फिल्मों ‘शंकरभरणम’, ‘सागर संगमम’, ‘स्वाति मुतयम’, ‘सप्तपदी’, ‘कामचोर’, ‘संजोग’ और ‘जाग उठा इंसान’ के लिए जाना जाता है.
1965 से अब तक 50 फिल्में बना चुके विश्वनाथ को सामाजिक विषयों के ईद-गिर्द फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है. राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता फिल्म ‘स्वाति मुतयम’ 59वें अकादमी अवाॅर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म की श्रेणी में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के तौर पर शामिल हुई थी. विश्वनाथ को 1992 में पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था.