ऐसा लगता है कि बॉलीवुड में कोई बड़ी फिल्म बिना विवादों के रिलीज नहीं हो सकती. पहले दीपिका पादुकोण की ‘पद्मावती’ और अब सलमान खान की ‘टाइगर जिंदा है’ भी विवादों में घिर आयी है.
‘टाइगर जिंदा है’ आज रिलीज हुई है और रिलीज के साथ ही फिल्म का विरोध तेज हो गया है. प्रदर्शनकारियों ने जातिगत शब्दोंके इस्तेमाल का आरोप लगातेहुए सिनेमा हॉल में न सिर्फ तोड़-फोड़ की,बल्कि फिल्म के पोस्टर-बैनर फाड़ डाले और सलमान खान का पुतला भी फूंका. साथ ही ‘टाइगर जिंदा है’ के शो रद्द करने की मांग की है.
गाजियाबाद, जयपुर और बीकानेर में अखिल भारतीय अनुसूचित युवजन समाज के कार्यकर्ताअों ने सलमान और शिल्पा के खिलाफ जम कर नारेबाजी की है.
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और दिल्ली और मुंबई के पुलिस आयुक्त से इस मामले पर जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया है.
बताते चलें कि अभिनेता सलमान खान ने निजी टीवी चैनल पर प्रसारित अपने एक फिल्म प्रमोशन के कार्यक्रम में अपने साक्षात्कार के दौरान नृत्य निर्देशक द्वारा बताये गये स्टेप्स की तुलना करते हुए जाति सूचक टिप्पणी की थी. इसी तरह की टिप्पणी शिल्पा शेट्टी ने भी की.
वाल्मीकि समाज ने आज जयपुर के प्रख्यात सिनेमा हाल राजमंदिर, अंकुर, पारस सहित कई जगह प्रदर्शन किया और अपना विरोध जताया. प्रदर्शन उग्र होता देख पुलिस को सूचना दी गयी. सिनेमा हॉल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.
वाल्मीकि समाज की ओर से कहा गया कि देश की जनता इन्हें हीरो मानते हैं लेकिन ये लोग ओछी टिप्पणी कर देश की जनता का दिल दुखाते हैं. अगर सलमान ने माफी नहीं मांगी, तो वे उसकी फिल्मों का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे.