Anupamaa Upcoming Episode:स्टार प्लस के सुपरहिट शो ‘अनुपमा’ का आज का एपिसोड फुल-ऑन हाई वोल्टेज ड्रामा से भरपूर होने वाला है. कहानी एक ऐसे मोड़ पर पहुंच चुकी है, जहां अनुपमा अपनी लापता बेटी राही की तलाश में पूरी तरह टूट चुकी है, लेकिन फिर भी हार मानने को तैयार नहीं है.
एपिसोड की शुरुआत होती है जब अनुपमा चिंता और बेबसी के बीच भगवान से मार्गदर्शन मांगती है. उसी वक्त एक मोर पंख पेड़ से गिरता है, जिसे वह भगवान का इशारा मानती है. फिर विश्वास और साहस के साथ वह उस दिशा में चल पड़ती है. इस उम्मीद में कि शायद अनजाने में ही वह अपनी बेटी राही के और करीब पहुंच जाएगी. अब आगे क्या कुछ होगा, आइए बताते हैं.
गौतम की एंट्री से कांपी प्रार्थना
शाह परिवार में, लीला पूजा में व्यस्त दिखाई देती है. जब हसमुख पूछता है तो वह बताती है कि उसे अनहोनी के घटित होने का आभास हो रहा है और वह परिवार उस विपदा से बचाने के लिए प्रार्थना कर रही है.
उधर, कोठारी हाउस में प्रार्थना को पता चलता है कि गौतम लौट आया है. उसकी पुरानी यादें और डर दोबारा उभर आते हैं. अंश उसे शांत करने की कोशिश करता है, लेकिन प्रार्थना को तेज दर्द होता है, जिससे घर में घबराहट फैल जाती है.
प्रेम की बेचैनी और टूटता सब्र
दूसरी ओर, प्रेम राही को याद करते हुए बेचैन है. जब उसकी तस्वीर का फ्रेम अचानक गिर जाता है, तो उसे एहसास होता है कि राही खतरे में है. वह तुरंत उससे कॉन्टेक्ट करने की कोशिश करता है.
गड्ढे के अंदर अनुपमा को मिला सांप
जंगल में, अनुपमा को राही की चेन मिलती है. इसे सुराग मानते हुए वह आगे बढ़ती है और एक गहरे गड्ढे तक पहुंचती है. साहस जुटाकर वह खुद गड्ढे में उतर जाती है ताकि अपनी बेटी को बचा सके. लेकिन गड्ढे के अंदर उसे एक सांप दिखाई देता है और खतरा और बढ़ जाता है. डर के बावजूद, अनुपमा अपनी बेटी का नाम पुकारती रहती है और उसे बचाने का संकल्प लेती है.
प्रकाश और टाटिया की खतरनाक साजिश
दूसरी तरफ, प्रकाश और टाटिया दशहरे के दौरान अनुपमा और राही को मारने की साजिश रचते हैं. वे कसम खाते हैं कि इस बार कोई नहीं बचेगा. इस बीच, देविका, दरिता, परी, और प्रीत भी राही की तलाश में जुट जाते हैं. देविका, प्रकाश की पत्नी से संपर्क करने की कोशिश करती है, लेकिन कॉल उसके गुंडे उठा लेते हैं.
कोठारी हाउस में बढ़ा ड्रामा
घर पर, वसुंधरा और माही, गौतम के साथ लौटते हैं जिससे माहौल और बिगड़ जाता है. प्रेम और पराग का गुस्सा फूट पड़ता है, लेकिन वसुंधरा किसी तरह स्थिति को संभाल लेती है.
जंगल में, राही अपनी मां से मदद के लिए चिल्ला रही है और अनुपमा आखिरी सांस तक अपनी बेटी को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है.

