पद्मभूषण से सम्मानित प्रख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई का आज 100वां जन्मदिन है. महान नृत्यांगना को इस मौके पर गूगल ने डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी है. क्लासिकल डांस को नयी ऊंचाइयों तक ले जानेवाली मृणालिनी साराभाई का डूडल सुदीप्ति टकर ने बनाया है. मृणालिनी साराभाई गूगल डूडल में दर्पण अकेडमी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट के ऑडिटॉरियम में एक छतरी लिए खड़ी हैं और उनके पीछे डांस परफॉर्म करती हुईं डांसर्स हैं. जानें 10 दिलचस्प बातें…
1. मृणालिनी साराभाई का जन्म 11 मई 1918 को केरल में हुआ था. उनके मां पूर्व सांसद अम्मू स्वामीनाथन थी जो दर्पणा एकेडमी (Darpana Academy of Performing Arts) की संस्थापक थी.
2. उनका विवाह 1942 में भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक एवं भौतिक विज्ञानी विक्रम साराभाई के साथ हुआ.
3. मृणालिनी साराभाई की पुत्री मल्लिका साराभाई भी एक प्रमुख नृत्यांगना हैं.
4. मृणालिनी साराभाई का जन्म चेन्नई के प्रसिद्व स्वामीनाथन परिवार में जन्मी थी. नृत्य, संगीत और नाटक के प्रशिक्षण संस्थान ‘दर्पण अकादमी’ की संस्थापक हैं.
5. मृणालिनी साराभाई ने 18,000 से भी अधिक छात्रों को भरतनाट्यम और कथकली में प्रशिक्षण दिया था.
6. साराभाई शास्त्रीय नृत्य की विधाओं भरतनाट्यम और कथकली में महारत रखने वाली मृणालिनी को नृत्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्मभूषण और पदम् श्री के अलावा अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था.
7. साराभाई की शिक्षा शांतिनिकेतन में गुरदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर के निर्देशन में हुयी. नाटक कला में अमेरिकी कला अकादमी में कुछ समय अध्ययन अध्यापन करने के बाद साराभाई भारत लौट आयीं और भरतनाट्यम का प्रशिक्षण आरंभ कर दिया था.
8. मृणालिनी साराभाई के पुत्र एवं पर्यावरण शिक्षा केंद्र (सीईई) के संस्थापक कार्तिकेय साराभाई और पुत्री शास्त्रीय नृत्यांगना एवं समाजसेवी मल्लिका साराभाई हैं.
9. मृणालिनी साराभाई ने भारत लौटकर जानीमानी नृत्यांगना मीनाक्षी सुंदरम पिल्लई से भरतनाट्यम का प्रशिक्षण लिया था और फिर दक्षिण भारतीय शास्त्रीय नृत्य और पौराणिक गुरु थाकाज़ी कुंचू कुरुप से कथकली के शास्त्रीय नृत्य-नाटक में प्रशिक्षण लिया था.
10. विक्रम साराभाई और मृणालिनी साराभाई के दो बच्चे हैं. उनके बेटे कार्तिकेय साराभाई सेंटर ऑफ इन्वाइरमेंट एजुकेशन के संस्थापक हैं और बेटी मल्लिका साराभाई एक प्रमुख नृत्यागंना हैं.