Raja Raghuvanshi Murder Case: शिलॉन्ग हनीमून मर्डर केस पूरे देश में सुर्खियों में है. इस मामले में पुलिस ने तेजी से जांच करते हुए महज सात दिनों में न सिर्फ शव बरामद किया, बल्कि मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार भी कर लिया. लेकिन इस हाई प्रोफाइल केस के पीछे जिस अधिकारी की सूझबूझ और कार्यशैली की हर तरफ तारीफ हो रही है, वो हैं शिलॉन्ग के पुलिस अधीक्षक (SP) विवेक सिम.
सात दिन में खोली मर्डर मिस्ट्री की परतें
राजा रघुवंशी की हत्या की खबर जैसे ही सामने आई, शिलॉन्ग पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की. राजा का शव 2 जून को एक खाई से बरामद किया गया था. शुरुआती जांच में शक सोनम रघुवंशी पर गया जो तब से फरार थी. आईपीएस विवेक सिम की टीम ने न सिर्फ हत्या की कड़ियों को जोड़ा बल्कि सोनम की लोकेशन को ट्रेस कर उसे गाजीपुर से गिरफ्तार भी कर लिया.
कौन हैं आईपीएस विवेक सिम?
विवेक सिम 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में शिलॉन्ग के एसपी के रूप में कार्यरत हैं. वह मेघालय पुलिस सेवा से प्रमोशन पाकर आईपीएस बने हैं. उनकी गिनती राज्य के सबसे तेजतर्रार, समझदार और निष्पक्ष अधिकारियों में होती है. यही वजह है कि उन्हें पांचवीं बार शिलॉन्ग में पोस्टिंग दी गई है.
विवेक सिम की कार्यशैली
विवेक सिम पर्दे के पीछे रहकर केस की बारीकियों पर ध्यान देते हैं. केस को सुलझाने में उनकी रणनीति, टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल और टीम को दिशा देने की क्षमता ने ही शिलॉन्ग हनीमून मर्डर केस को जल्दी सुलझाने में मदद की. वह अपने शांत और सटीक नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं.
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कितनी है सैलरी?
एक एसपी रैंक के आईपीएस अधिकारी की सैलरी 78,800 रुपए से 1,18,500 रुपए तक हो सकती है. इसके अलावा उन्हें सरकारी आवास, वाहन, ड्राइवर, सुरक्षा, मेडिकल और अन्य भत्ते भी मिलते हैं.