UNESCO Report 2025 in Hindi: दुनियाभर में महिला अधिकारों को लेकर कई पाॅजिटिव स्टेप्स उठाए जा रहे हैं. साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स (STEM) जैसे सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं लेकिन इसके बावजूद आज भी बहुत कम महिलाएं इन क्षेत्रों में अपनी पढ़ाई पूरी कर पाती हैं. यूनेस्को की रिपोर्स (UNESCO Report 2025) में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. यहां आप विस्तार से इस रिपोर्ट देख सकते हैं.
लंबे समय से कोई खास सुधार नहीं (UNESCO Report 2025)
यूनेस्को की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में केवल 35 प्रतिशत महिलाएं ही STEM विषयों में ग्रेजुएट हो पाती हैं. हैरानी की बात यह है कि पिछले 10 सालों में यह आंकड़ा लगभग समान बना हुआ है. यानी इतने लंबे समय में भी लड़कियों और महिलाओं की भागीदारी में कोई खास सुधार नहीं हुआ है. इसकी कई वजहें सामने आई हैं जैसे कि गणित और विज्ञान जैसे विषयों में आत्मविश्वास की कमी, और समाज में बनी धारणाएं कि ये फील्ड केवल पुरुषों के लिए ही बेहतर हैं. जबकि असलियत यह है कि महिलाएं भी इन विषयों में उतनी ही कुशल और योग्य होती हैं.
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा सेक्टर में इतना है प्रतिशत
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि डिजिटल दुनिया में भी महिलाओं की भागीदारी काफी कम है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा सेक्टर में महिलाओं की हिस्सेदारी केवल 26% है. वहीं, इंजीनियरिंग में सिर्फ 15% और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे फील्ड में तो सिर्फ 12% महिलाएं ही काम कर रही हैं.
इतने प्रतिशत देशों में STEM को बढ़ावा देने की नीतियां (UNESCO Report 2025)
यूनेस्को की टीम ने यह भी पाया कि दुनिया के 68 प्रतिशत देशों में STEM को बढ़ावा देने की नीतियां तो हैं लेकिन उनमें से आधी नीतियां ही लड़कियों और महिलाओं पर फोकस करती हैं. रिपोर्ट में देशों को सलाह दी गई है कि वे STEM और तकनीकी शिक्षा (TVET) में लड़कियों की रुचि और क्षमता को बढ़ाने के लिए जमीनी स्तर पर बदलाव करें.
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