World Autism Awareness Day in Hindi: संयुक्त राष्ट्र (UN) 2 अप्रैल 2025 को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस (WAAD) मनाएगा. इस वर्ष का आयोजन न्यूरोडायवर्सिटी और वैश्विक स्थिरता प्रयासों के बीच अंतरसंबंध पर केंद्रित है. इस दिन संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संचार विभाग के सहयोग से इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोडायवर्सिटी (ION) द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस सभी के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए यहां विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस क्यों मनाया जाता है (World Autism Awareness Day in Hindi) के बारे में बताया जा रहा है.
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस क्या है? (World Autism Awareness Day)
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 2007 में विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस की शुरुआत की थी।. इसका मकसद लोगों को ऑटिज्म के बारे में जागरूक करना और इसे बेहतर तरीके से समझने में मदद करना था. पहले यह दिन सिर्फ जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता था लेकिन अब इसका मकसद ऑटिज्म से जुड़े लोगों को स्वीकार करना, उन्हें समाज में जगह देना और उनके योगदान को पहचानना भी है.
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सतत विकास लक्ष्यों पर है केंद्रित है World Autism Awareness Day
2025 में इस दिन को संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDG) से जोड़ा जाएगा और जिसमें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, अच्छी शिक्षा, रोजगार के अवसर और सुविधाजनक शहरों का विकास शामिल है.
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस क्यों मनाया जाता है? (World Autism Awareness Day)
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस (WAAD) हर साल 2 अप्रैल को मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार (ASD) के बारे में जागरूकता, स्वीकृति और समझ को बढ़ाना है. WAAD प्रारंभिक निदान, सहायता और नीतियों को प्रोत्साहित करता है जो सुनिश्चित करते हैं कि ऑटिस्टिक व्यक्ति एक समावेशी समाज में पूर्ण जीवन जीते हैं.
2025 में ऑटिज्म जागरूकता दिवस की थीम क्या है?
इस वर्ष विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस 2025 बुधवार को पड़ रहा है और इसकी थीम है- न्यूरोडायवर्सिटी को आगे बढ़ाना. इस साल के एजेंडे में ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों की बात सुनने, उनसे सीखने और उनके जीवन को बेहतर बनाने पर जोर दिया गया है.
ऑटिज्म क्या है? (World Autism Awareness Day in Hindi)
ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) एक न्यूरोडेवलपमेंटल स्थिति है जो सामाजिक संपर्क और व्यवहार को प्रभावित करती है. इसे स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण और गंभीरता व्यक्तियों में भिन्न होती है. ऑटिज्म कोई बीमारी नहीं है बल्कि दुनिया को अनुभव करने का एक अलग तरीका है. हालाँकि इसके सटीक कारण अज्ञात हैं.