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Silver Price Hike: चांदी ने रच दिया इतिहास, सोने की कीमत में 500 की बढ़ोतरी

Silver Price Hike: दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी ने नया रिकॉर्ड बनाया, 2,000 रुपये उछलकर 1,20,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. वहीं, सोना भी 500 रुपये बढ़कर 1,01,270 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. अमेरिका में फेडरल रिजर्व विवाद और डोनाल्ड ट्रंप के फैसले से वैश्विक अस्थिरता बढ़ी है, जिससे निवेशकों का झुकाव सुरक्षित विकल्प सोना-चांदी की ओर हुआ. डॉलर की कमजोरी और त्योहारी मांग से कीमतों में आगे और तेजी की संभावना जताई जा रही है.

Silver Price Hike: फेडरल रिजर्व के विवाद के बीच दिल्ली के सर्राफा बाजार में बुधवार को चांदी की कीमतों ने नया इतिहास रच दिया है. इसके साथ ही, सोने की कीमतों में करीब 500 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई. अखिल भारतीय सर्राफा संघ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी 2,000 रुपये उछलकर 1,20,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जो यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. इससे एक दिन पहले मंगलवार को भी चांदी की कीमतों में 3,000 रुपये की तेजी आई थी और यह 1,18,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. लगातार बढ़ती कीमतें निवेशकों की चिंता और उत्साह दोनों को बढ़ा रही हैं.

सोने की कीमतों में 500 रुपये की बढ़ोतरी

चांदी के साथ-साथ सोने के दामों में भी इजाफा देखा गया. बुधवार को 99.9% शुद्धता वाला सोना 500 रुपये बढ़कर 1,01,270 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना 400 रुपये बढ़कर 1,00,800 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया. इससे पहले मंगलवार को यह 1,00,400 रुपये पर बंद हुआ था. सोने और चांदी की कीमतों में यह तेजी निवेशकों की बढ़ती मांग और वैश्विक राजनीतिक अनिश्चितताओं का परिणाम मानी जा रही है.

अमेरिका के शुल्क और सुरक्षित निवेश की ओर झुकाव

विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय उत्पादों पर अमेरिका द्वारा भारी शुल्क लगाए जाने के बाद सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा है. ऐसे में कीमती धातुओं, खासकर सोना और चांदी की मांग बढ़ी है. निवेशक अब शेयर बाजार की अस्थिरता और डॉलर की कमजोरी के चलते सुरक्षित विकल्प तलाश रहे हैं, जिसका सीधा असर चांदी और सोने की कीमतों पर देखा जा रहा है.

फेडरल रिजर्व विवाद का असर

ऑग्मोंट रिसर्च की प्रमुख रेनिशा चैनानी ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को बर्खास्त करने के बाद राजनीतिक अनिश्चितता और बढ़ गई है. इस कदम से फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता और मौद्रिक नीतियों पर सवाल खड़े हो गए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप का यह फैसला बाजारों में अस्थिरता को और गहरा कर सकता है. यही कारण है कि निवेशकों ने सोना और चांदी जैसे सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख किया है.

डॉलर की कमजोरी और वैश्विक परिदृश्य

ट्रंप के फैसले के बाद डॉलर में अचानक भारी गिरावट देखी गई, जिससे विदेशी बाजारों में सर्राफा कीमतों को बल मिला. हालांकि, बाद में जब कुक ने तर्क दिया कि ट्रंप को उन्हें हटाने का कोई अधिकार नहीं है, तब डॉलर ने कुछ हद तक अपनी गिरावट की भरपाई कर ली. इसके बावजूद सोने-चांदी पर दबाव बना रहा. न्यूयॉर्क बाजार में हाजिर सोना 0.55% गिरकर 3,375.08 डॉलर प्रति औंस रहा, जबकि हाजिर चांदी भी एक प्रतिशत गिरकर 38.23 डॉलर प्रति औंस पर रही.

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कीमतों में जारी रहेगी तेजी

विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में राजनीतिक अस्थिरता और अमेरिकी नीतियों में बदलाव का सीधा असर सोने-चांदी की कीमतों पर पड़ता रहेगा. अगर डॉलर कमजोर बना रहता है और निवेशक सुरक्षित विकल्प चुनते हैं, तो चांदी और सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. वहीं, घरेलू बाजार में भी त्योहारों और शादी-ब्याह के मौसम को देखते हुए मांग और तेज हो सकती है.

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KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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