Mukesh Ambani: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अब समंदर में पांव जमाने की कोशिश में जुट गए हैं. अपनी इसी रणनीति के तहत उन्होंने महज 17 दिन पुरानी कंपनी नौयान ट्रेडिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (एनटीपीएल) को खरीद लिया है. इस कंपनी को रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस स्ट्रैटेजिक बिजनेस वेंचर्स लिमिटेड (RSBVL) ने नौयान ट्रेडिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (NTPL) का अधिग्रहण कर लिया है. इसके साथ ही, NTPL ने नौयान शिपयार्ड प्राइवेट लिमिटेड (NSPL) में भी 74% हिस्सेदारी खरीदी है. इस डील का कुल मूल्य 382.73 करोड़ रुपये आंका गया है.
नौयान ट्रेडिंग्स का अधिग्रहण
आरएसबीवीपीएल (RSBVL) ने NTPL को वेल्सपन ट्रेडिंग्स से खरीदा, जो वेल्सपन कॉर्प की सहायक कंपनी है. यह अधिग्रहण सिर्फ 1 लाख रुपये में पूरा किया गया, जिससे NTPL अब RIL की सहायक कंपनी बन गई है.
नौयान शिपयार्ड में निवेश
अधिग्रहण के तुरंत बाद NTPL ने वेल्सपन कॉर्प के साथ एक और समझौता किया, जिसके तहत उसने NSPL में 74% हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया. इस डील की कुल वैल्यू 643.78 करोड़ रुपये तय की गई है. फिलहाल, NSPL पर 126.57 करोड़ रुपये का कर्ज है और इसकी शुद्ध वैल्यू 517.21 करोड़ रुपये मानी जा रही है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में उछाल
इस अधिग्रहण के बाद रिलायंस के शेयरों में 1.67% की वृद्धि दर्ज की गई. इसके अलावा, सोमवार को 14.5 लाख शेयरों की ब्लॉक डील हुई, जिसमें बड़े पैमाने पर शेयरों की खरीद-बिक्री हुई. हालांकि, इस लेन-देन में शामिल निवेशकों के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं.
इसे भी पढ़ें: टैक्स बचाने का आखिरी मौका! 31 मार्च से पहले कर लें जरूरी निवेश, वरना नहीं मिलेगी छूट
ब्लॉक डील और निवेशकों की गतिविधियां
फरवरी 2025 में तारिश इन्वेस्टमेंट एंड ट्रेडिंग कंपनी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के 5,70,844 शेयर 1223.95 रुपये प्रति शेयर की दर से बेचे थे. हालिया अधिग्रहण और ब्लॉक डील्स से यह साफ है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने व्यावसायिक विस्तार को लेकर आक्रामक रणनीति अपना रही है.
इसे भी पढ़ें: छोटी बचत से मोटी कमाई! मात्र 250 रुपये में मालामाल कर देगा ये छोटी एसआईपी
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.