New Year Resolution in 2024: आज के वक्त में हमारी जीवनशैली बदलते जा रही है. ऐसे में कब कौन की बीमारी के शिकार आप हो जाएं ये कहना काफी मुश्किल है. मगर, बीमारी से बड़ी परेशानी आज के वक्त में बढ़ता हुआ मेडिकल खर्च है. ऐसे में मेडिक्लेम हर आदमी की जरूरत बन गयी है. इससे ना सिर्फ आपको बल्कि पूरे परिवार को महंगे इलाज से निपटने में मदद करता है. साथ ही, आपपर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को भी कम करता है. नया साल 2024 कुछ दिनों में शुरू होने वाला है. ऐसे में आपको अपने न्यू ईयर रिजाल्यूशन में इसे जरूर शामिल करना चाहिए. हालांकि, मेडिकल इश्योरेंस लेते समय या मेडिक्लेम के वक्त हम कई छोटी-छोटी गलतियां कर देते हैं, जिसके कारण हमें आगे जाकर बड़ी परेशानी बन जाती है. जरूरत के वक्त हमें पॉलिसी का फायदा नहीं मिलता है. हालांकि, कुछ ऐसी बातें हैं जिनको ध्यान में रखकर आपने स्वास्थ्य बीमा को काफी बेहतर और मजबूत बना सकते हैं और मेडिक्लेम रिजेक्ट होने की संभावना को भी कम कर सकते हैं.
पॉलिसी को ध्यान से पढ़ें
स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी की खरीदारी करने से पहले पॉलिसी के डॉक्यूमेंट को अच्छे से पढ़े. पॉलिसी की शर्तों को समझें. साथ ही, बीमा के वक्त अपनी किसी बीमारी को छुपाएं नहीं. कई बीमारियां बीमा में कवर नहीं होती हैं. वहीं, कुछ बीमारियां बीमा लेने के एक से दो साल के बाद कवर होती हैं. आपको इस बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए कि बीमा में किन बीमारियों को शामिल किया गया है. किडनी, पर्किंसंस, अल्जाइमर और एचआईवी मेडिक्लेम में शामिल ही नहीं होतीं. ऐसे में इसके बारे में पूरी जानकारी पहले ही ले लें.
इलाज का सभी डॉक्यूमेंट संभालकर रखें
मेडिक्लेम में डॉक्यूमेंट बेहद महत्वपूर्ण है. पॉलिसी लेते समय कंपनी के द्वारा मांगी गयी सारी डॉक्यूमेंट जमा करें. वहीं, इलाज के दौरान पेमेंट की सारी बिलों को संभालकर रखें. क्लेम के दौरान, हॉस्पिटल के बिल, डिस्चार्ज के कागज और पेशेंट रिकॉर्ड की जरूरत पड़ती है. इसके बिना क्लेम रिजेक्ट हो सकता है. इससे आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इसके साथ ही, कभी भी फ्रॉड क्लेम न करें. आज की डिजिटल दुनिया में ये आसानी से पकड़ में आ जाता है. ऐसे में क्लेम मिलना तो दूर आपकी पॉलिसी ही रिजेक्ट हो सकती है.
नेटवर्क और अस्पताल का चयन
क्लेम रिजेक्ट या अन्य परेशानी से बचने के लिए हमेशा, स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के अंदर आने वाले नेटवर्क हॉस्पिटल में इलाज कराएं. कई पॉलिसी में इन अस्पतालों में ओपीडी में भी आपको छूट मिलती है. साथ ही, योजना के तहत क्लेम प्रक्रिया को समझना महत्वपूर्ण है. क्लेम प्रक्रिया आसान होनी चाहिए ताकि चिकित्सा आवश्यकता पर त्वरित रूप से कार्रवाई की जा सके.
स्वास्थ्य बीमा क्यों जरूरी है
स्वास्थ्य बीमा एक प्रकार का बीमा है जो व्यक्ति को चिकित्सा खर्चों से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसमें बीमा करदाता एक निर्धारित राशि को प्रीमियम के रूप में प्रदान करता है, और बीमा कंपनी उसे चिकित्सा आपातकाल, चिकित्सा निर्देशानुसार, और अन्य स्वास्थ्य जटिलताओं के खिलाफ सुरक्षित करती है. इसके कई फायदें हैं.
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चिकित्सा खर्चों का सुरक्षित होना: स्वास्थ्य बीमा चिकित्सा खर्चों की बड़ी भागीदारी को कवर कर सकता है, जिससे बीमा करदाता को आपातकाल में आराम मिलता है.
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पूर्व-निर्धारित निर्धारित प्रीमियम: स्वास्थ्य बीमा में प्रीमियम पूर्व-निर्धारित होता है, जिससे व्यक्ति अपनी आर्थिक योजना को बेहतर तरीके से प्लान कर सकता है.
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बीमा कवरेज का विस्तार: स्वास्थ्य बीमा प्लान्स में विभिन्न विकल्प और इंटेग्रेटेड कवरेज की विकल्पें हो सकती हैं, जिससे व्यक्ति अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बीमा कवरेज को चयन कर सकता है.
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पूर्व-निर्धारित चिकित्सा सुविधाएं: कई स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों में पूर्व-निर्धारित चिकित्सा सुविधाएं शामिल होती हैं, जैसे कि नियमित चेकअप्स, टीकाकरण, और अन्य चिकित्सा सेवाएं.
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आरामदायक अस्पताल रुम और सेवाएं: कुछ बीमा पॉलिसियों में आरामदायक अस्पताल रुम, सेवाएं, और अन्य सुविधाएं शामिल हो सकती हैं.
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समृद्धि की योजना: कुछ स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों में लंबे समय तक कवरेज की सुविधा होती है, जिससे व्यक्ति आने वाले वर्षों में होने वाले चिकित्सा खर्चों को सुरक्षित कर सकता है.
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