नयी दिल्ली : 18 बिजली संयंत्र आयातित गैस खरीदने के लिए लगभग 1,787.47 करोड रुपये की सब्सिडी पाने के लिए सफल बोलीदाता के रूप में सामने आये हैं. इस कदम से कुल मिलाकर 11,717.72 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता बहाल करने में मदद मिलेगी. बिजली मंत्रालय के बयान में कहा है कि कल व आज दो अलग-अलग नीलामी हुईं जिनके परिणाम में कुल मिलाकर 11,717.72 मेगावाट गैस आधारित उत्पादन क्षमता बहाल होगी. इससे एक अक्तूबर 2015 से 31 मार्च 2016 के बीच 12.47 अरब यूनिट अतिरिक्त बिजली उत्पादित की जा सकेगी.
ऐसे बिजली संयंत्रों को जिन्हें घरेलू फील्ड से पर्याप्त मात्रा में प्राकृतिक गैस नहीं मिल रहा है, उन्हें सरकारी सहयोग देने के लिए नीलामी के दूसरे दिन टोरेंट पावर, एनटीपीसी दो संयंत्र, गुजरात इंडस्टरीज पावर कंपनी व सीएलपी इंडिया प्राइवेट ने आयातित एलएनजी से बिजली उत्पादन के लिए आधार दर से कम दर की बोली लगायी और सफल बोलीदाता के रूप में उभरे. इनकी कुल संस्थापित क्षमता 3,455.94 मेगावाट है. इन पांच बिजली संयंत्रों को 278.38 करोड रूपये की सरकारी सहायता मिलेगी.
कल उक्त श्रेणी के 13 बिजली संयंत्र 1590.09 करोड रुपये मूल्य की सब्सिडी के लिए सफल बोलीदाता के रूप में उभरे. उलटी नीलामी में कंपनियों को एलएनजी का इस्तेमाल कर परिवर्तनीय बिजली की लागत की बोली लगाने को कहा गया था. यह नीलामी एमएसटीसी के प्लेटफार्म पर हुई. घरेलू गैस आधारित परियोजनाओं के लिए आज की नीलामी में हिस्सा लेने के लिए 11 बिजली संयंत्रों ने तकनीकी दौर में पात्रता हासिल की. ये सभी पांच संयंत्र एक अक्तूबर, 2015 से 31 मार्च, 2016 के दौरान 1.43 अरब यूनिट बिजली पैदा करेंगे.
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