इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को निलंबित करने के कुछ महीनों बाद नयी दिल्ली से पोलियो मार्कर के आयात का फैसला किया है. मीडिया रिपोर्ट में बुधवार को यह जानकारी दी गयी. इससे पहले भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म करने के बाद पाकिस्तान ने नौ अगस्त को भारत के साथ अपने कारोबारी रिश्तों को निलंबित करने का ऐलान किया था. गौरतलब है कि डब्ल्यूटीओ से मान्यता प्राप्त पोलियो मार्कर का पूरी दुनिया में भारत और चीन ही निर्माण करता है, लेकिन इसकी गुणवत्ता के मामले में पाकिस्तान को चीन पर भरोसा नहीं है.
पाकिस्तान के समाचार पत्र डॉन ने बताया कि संघीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को भारत से एक बार पोलियो मार्कर आयात करने के लिए इजाजत देने का फैसला किया. अफगानिस्तान और नाइजीरिया के अलावा पाकिस्तान तीसरा ऐसा देश है, जहां पोलियो की महामारी आज भी मौजूद है. मार्कर का इस्तेमाल बच्चों को पोलियो की खुराक देने के बाद उनकी अंगुलियों पर निशान लगाने के लिए किया जाता है.
अखबार ने बताया है कि इससे पहले सितंबर में भारत से दवाओं और कच्चे माल के आयात पर प्रतिबंध हटाया गया था. पाकिस्तान में पोलियो के लिए आपातकालीन परिचालन केंद्र के राष्ट्रीय समन्वयक डॉक्टर राना सफदर ने डॉन को बताया कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि बच्चों को खुराक दी गयी है, गैर-जहरीले मार्कर की जरूरत होती है. उन्होंने बताया कि दुनिया में डब्ल्यूटीओ से मान्यता प्राप्त सिर्फ दो विनिर्माता है, एक भारत और दूसरा चीन.
उन्होंने बताया कि चीन के मार्कर के साथ गुणवत्ता संबंधी समस्या है, लेकिन भारत से मार्कर का आयात किया जा रहा है. डब्ल्यूटीओ ने भारतीय विनिर्माता को आठ लाख मार्कर के ऑर्डर दिये हैं. सफदर ने बताया कि इतना भंडार अगले दो राष्ट्रव्यापी अभियान के लिए पर्याप्त होगा.
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