नयी दिल्ली : रुइया परिवार की कंपनी एस्सार की पश्चिम बंगाल के रानीगंज पूर्वी खंड से कोयला खानों से मिथेन गैस (सीबीएम) का उत्पादन दोगुना करने की योजना है. कंपनी के एक अधिकारी ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. कंपनी अभी इस खंड से फिलहाल रोजाना करीब 4.50 लाख घन मीटर प्राकृतिक गैस का उत्पादन करती है. कंपनी के एक अधिकारी ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि उसकी योजना उत्पादन बढ़ाकर 10 लाख घन मीटर प्रतिदिन से अधिक करने की है. यह किसी भी खंड से देश में कोयला खानों से निकलने वाले मिथेन का सर्वाधिक उत्पादन होगा.
दरअसल, कंपनी अब तक इस परियोजना में चार हजार करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है. यह निवेश 348 कुओं की खुदाई करने, आपूर्ति की संरचना तैयार करने तथा दुर्गापुर एवं अन्य नजदीकी औद्योगिक क्षेत्रों तक पाइपलाइन बनाने में किया गया है. अधिकारी ने कहा कि हम इस खंड से पहले ही 10 लाख घन मीटर प्राकृतिक गैस का उत्पादन कर चुके हैं. यह इस क्षेत्र में किसी भी कंपनी द्वारा किया गया सर्वाधिक उत्पादन है. उन्होंने कहा कि हालांकि, गेल की पाइपलाइन के तैयार हुए बिना उत्पादन के इस स्तर को बनाये रखना संभव नहीं है. यही कारण है कि हम क्षमता से बहुत कम उत्पादन कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन को चरणबद्ध तरीके से तैयार किया जा रहा है. इसका अंतिम चरण दिसंबर, 2019 में पूरा होने का अनुमान है. इस पाइपलाइन से गोरखपुर, सिंदरी, बरौनी और पानागढ़ स्थित उर्वरक संयंत्रों समेत दो दर्जन से अधिक ऐसे क्षेत्रों में प्राकृतिक गैस की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जहां हाल ही में शहरी गैस वितरण का ठेका दिया जा चुका है. इससे करीब 2 करोड़ घन मीटर प्राकृतिक गैस की मांग का अनुमान है.
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