नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्याज की कीमत ऊंची बनी हुई है. बाढ़ प्रभावित उत्पादक राज्यों से कम आपूर्ति के कारण राजधानी में प्याज की कीमतें शुक्रवार को लगभग 50 रुपये किलो के स्तर पर बनी रहीं. व्यापारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. हालांकि, ई-कॉमर्स कंपनियां इसे कम दाम पर बेचकर ग्राहकों को कुछ राहत पहुंचा रही हैं. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़े दर्शाते हैं कि राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की औसत खुदरा कीमत 42 रुपये प्रति किलो पर बनी हुई है.
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सूत्रों के अनुसार, प्याज की कीमतें उसकी गुणवत्ता और स्थानीयता के आधार पर भिन्न रहती हैं. ज्यादातर जगहों पर पिछले कुछ दिनों में प्याज लगभग 50 रुपये प्रति किलो के भाव बेचा जा रहा है, जबकि शुक्रवार को ई-कॉमर्स कंपनियां अमेजन इसकी बिक्री 32 रुपये किलो, बिग बास्केट 37 रुपये प्रति किलो और ग्रोफर्स 40.40 रुपये प्रति किलो के हिसाब से कर रही थीं.
केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद सरकार संचालित मदर डेयरी और सहकारी नेफेड ने प्याज की उपलब्धता बढ़ाने और मूल्य वृद्धि पर अंकुश लगाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में इस सब्जी को 23.90 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचना शुरू किया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को अन्य मेट्रो शहरों में से चेन्नई में प्याज 33 रुपये प्रति किलो, मुंबई में 37 रुपये प्रति किलो और कोलकाता में 40 रुपये प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा था.
सरकार ने राज्य सरकारों को प्याज की आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों पर अंकुश रखने के लिए केंद्रीय बफर स्टॉक से 50,000 टन प्याज का उठाव करने को कहा है. जून में समाप्त फसल वर्ष 2018-19 में कुल प्याज उत्पादन दो करोड़ 33 लाख टन होने का अनुमान है.
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