पटना : अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की परंपरा रही है. इसी परंपरा को ध्यान में रखते हुए स्टॉक एक्सचेजों में सात मई को गोल्ड इटीएफ और सरकारी स्वर्ण बॉण्ड में ट्रेडिंग का विशेष सत्र होगा. इस दिन शाम सात बजे तक कारोबार होगा. जानकारों की मानें ताे एक्सचेजों को लगता है कि इसी बहाने निवेशकों के बीच गोल्ड इटीएफ को बेचने का मौका मिलेगा. विश्वभर में खुदरा निवेशकों के लिए इटीएफ निवेश का एक अहम जरिया है. वहां तरह-तरह के इटीएफ भी होते हैं. भारत में भी अभी 20 से अधिक इटीएफ हैं. इसमें से आठ गोल्ड आधारित हैं.
क्या है गोल्ड इटीएफ
वित्त विशेषज्ञ राजीव लोचन पंकज ने बताया कि गोल्ड इटीएफ का अर्थ होता है गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड. इसकी ट्रेडिंग सभी बड़े स्टॉक एक्सचेंजों में होती है. ट्रेडिंग के दौरान निवेशक किसी भी समय इन फंड को खरीद सकता है.
इनकी कीमत मांग और सप्लाइ के आधार पर शेयर के दाम की तरह तय होती है. उसी तरह बदलती भी रहती है. इसका अर्थ है गोल्ड इटीएफ की कीमत सोने की कीमत के आधार पर बदलती रहती है. ये उन निवेशकों के लिए हैं, जो सोने की बदलती कीमतों के आधार पर मुनाफा कमाना चाहते हैं, लेकिन भौतिक रूप में सोना नहीं खरीदना नहीं चाहते.
गोल्ड इटीएफ के फायदे
बाजार के जानकार पराग जैन के अनुसार गोल्ड इटीएफ एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है, जिसे केवल स्टॉक एक्सचेंज से खरीदा या बेचा जा सकता है. इसमें फिजिकल गोल्ड रखने की आवश्यकता नहीं रहती है.
इटीएफ में चार्ज काफी कम लगता है. कीमत में पारदर्शिता भी इसका एक फायदा है. जिस कीमत पर यह खरीदा जाता है. यह सोने की वास्तविक कीमत के आस-पास ही होती है. इसमें निवेशक जितनी चाहें उतनी यूनिटें खरीद सकते हैं. इससे निवेशक जितनी चाहें उतनी राशि से फंड खरीद सकते हैं. साथ ही निवेशक अपनी सहूलियत के अनुसार एंट्री और एक्जिट ले पाता है जो फिजिकल गोल्ड में नहीं हो पाता है.
कैसे करें निवेश
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से गोल्ड इटीएफ खरीदना ऐसा ही है, जैसे आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं. इसे मार्केट प्राइस पर खरीदा या बेचा जा सकता है. आपको किसी शेयर ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग और डीमैट खाता खुलवाना होगा. निवेशक एक ग्राम सोना भी खरीद सकते हैं. इस तरह मार्केट को अधिक वक्त देने के बदले सिस्टमेटिक तरीके से निवेश करें.