मुंबईः अगर आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आेर से शुरू की गयी स्वर्ण मौद्रीकरण योजना के तहत देश के बैंकों में सोना जमा करवा रखा है, तो चिंता मत कीजिये. जल्द ही आपको इसका ब्याज मिलने वाला है. जी हां, आप ठीक ही पढ़ रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को देश के बैंकों को निर्देश दिया है कि वे स्वर्ण मौद्रीकरण योजना के तहत 2015 में लोगों और संस्थानों द्वारा जमा कराये गये सोने पर बैंक तत्काल ब्याज का भुगतान करें.
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सरकार ने इस योजना की पेशकश देश में सोने के आयात को कम करने के लिए की थी. सोने के आयात से देश का चालू खाता घाटा प्रभावित होता है. इस योजना के तहत किसी भी नामित बैंक में केंद्र सरकार के खाते में सोने को मध्यम अवधि में पांच से सात साल और दीर्घावधि में 12-15 साल के लिए जमा किया जा सकता है. अपनी अधिसूचना में रिजर्व बैंक ने कहा कि दोनों तरह की अवधि के खातों में जमा कराये गये सोने के लिए बैंकों द्वारा किये गये भुगतान को उसके नागपुर स्थित केंद्रीय खाते से पूरा पूरा किया जायेगा.
रिजर्व बैंक की अधिसूचना के अनुसार, इसी क्रम में बैंकों को निर्देश दिया जाता है कि वह जमाकर्ताओं के बकाया ब्याज का तत्काल भुगतान करें. साथ ही, रिजर्व बैंक ने यह भी कहा कि भविष्य में निर्धारित तिथि पर वे जमाकर्ताओं को ब्याज का भुगतान करें. भुगतान के बाद बैंक रिजर्व बैंक के माध्यम से सरकार के सामने इसके दावे की पेशकश कर सकते हैं. सोने पर ब्याज सरकार तय करेगी और इसे समय-समय पर रिजर्व बैंक अधिसूचित करेगा.
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