Mokama Murder, पटना, अनिकेत त्रिवेदी : दोपहर 2 बजे का समय है़ मोकामा टाल इलाका है, सुबह से हो रही बारिश से पूरा माहौल ठंडा पड़ा हुआ है़ प्रभात खबर की टीम टाल के उस बसावनचक पर पहुंची है़ ठंड भरे इस माहौल में गुरुवार की हुई घटना के आग की आंच को साफ महसुस किया जा सकता है. वहां दो गाड़ियों के शीशे टूटे हुये हैं. एक गाड़ी सड़क के किनारे पानी भरे गढ़े में पड़ी हुई है. वहां से गुजर रहे ग्रामीणों से रोककर पुछें पर कोई कुछ नहीं बोल रहा. उनके चेहरे में डर की लकीरें साफ झलक रही हैं. बहुत प्रयास करने पर वहां से गुजरा हुआ एक नाबालिग लड़का अपना मुह खोलता है. बोला की भईया हम तो उस समय शाम को साढ़े तीन बजे कोचिंग कर लौट रहे थे. घटना के समय भी हम वहीं थे. हमने देखा की वहां सौ से अधिक गाड़ियां थीं. उस मोड़ पर जनसुराज के प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयुष और उनके साथ पहलवान दुलारचंद यादव थे. दूसरी तरफ से अनंत सिंह का काफिला आ गया. दोनों गुट की गाड़ियां आमने-सामने आ गयी. वहां सड़क की चौड़ाई मात्र 10 फुट के करीब रही होगी. उस समय कोई पीछे हटने को तैयार नहीं हो रहा था. शायद दुलारचंद ने अनंत सिंह की गाड़ी की तरफ देखकर बोला कि इहां तोरा वोट नई मिलतउ, गाड़ी घुरा ले. बस इसी बात पर अनंत सिंह के समर्थक और वो खुद गाड़ी से बाहर निकल गये. इतना हल्ला हुआ कि अब दूर से कुछ नहीं दिखने लगा और इतने में गोलियां चलने लगी, पूरी घटना आधे घंटे की रही.
30 गाड़ियों के काफिले के साथ अनंत सिंह आगे निकल गये
इसके बाद लगभग 30 गाड़ियों के साथ अनंत सिंह आगे निकल गये. अनंत सिंह के जाते ही पता चला कि दुलारचंद को गोली लगी है. इसके बाद लोगों ने बताया कि उनकी मौत हो गयी है, इसके बाद से ही घर से कोई नहीं निकल रहा है. जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद पूरा मोकामा अनुमंडल तनाव और पुलिस चौकसी में जकड़ा हुआ है. शुक्रवार सुबह से लेकर देर शाम तक इलाके में भारी सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली. तारतर गांव, जहां दुलारचंद यादव का पैतृक घर है, वहां पुलिस और प्रशासनिक अमला पूरी तरह अलर्ट मोड में रहा.
गांव की गलियों से लेकर मुख्य सड़क पर हर ओर दिख रहे थे वर्दीधारी जवान
गांव की गलियों से लेकर मुख्य सड़कों तक हर ओर वर्दीधारी जवान तैनात दिखे़ भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है. करीब दो हजार से अधिक पुलिसकर्मी, डीएसपी, एसडीओ और कई थानों के प्रभारी अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं. पूरे मोकामा-बाढ़ अनुमंडल को संवेदनशील जोन घोषित किया गया है.
हर प्रवेश मार्ग पर पुलिस नाका
तारतर गांव और आसपास के इलाकों में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों पर पुलिस ने नाका और बैरिकेडिंग लगा दी है. आने-जाने वाले हर वाहनों की तलाशी ली जा रही है. बाहरी लोगों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि पहले कभी ऐसा माहौल नहीं देखा गया था “गांव में जहां बच्चे खेला करते थे, अब वहां बंदूक लेकर पुलिस तैनात है.”
बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें
9 थानों की फोर्स तैनात
घटना की गंभीरता को देखते हुए मोकामा, बाढ़, हथिदह, मरांची, गंगटी, पंडारक, दुल्लाचक, मोर, और पटना ग्रामीण इलाकों की पुलिस फोर्स को एक साथ बुलाया गया है़ अनुमंडल अस्पताल बाढ़ से लेकर मोकामा थाना परिसर तक लगातार पुलिस पेट्रोलिंग जारी है़ सुरक्षा के मद्देनज़र रैपिड एक्शन फोर्स और महिला पुलिस बल भी गांव में तैनात किये गये हैं.
इसे भी पढ़ें : Mokama Murder Case : गोली लगने से नहीं हुई दुलारचंद यादव की मौत, अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

