Araria Assembly Election Express: प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस शनिवार को अररिया विधानसभा पहुंची. जहां के सुभाष स्टेडियम में चौपाल का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में आए नेताओं से लोगों ने अररिया रेलवे स्टेशन और महिला छात्रावास पर खूब सवाल किए. कई मुद्दों को लेकर नेताओं के बीच मंच पर ही जमकर बहस हुई. कई बार तो नेता आपस में ही भिड़ गए.
अररिया विधानसभा के पांच प्रमुख मुद्दे
- स्वास्थ सेवाओं में सुधार, फर्जी नर्सिंग होम पर सख्त पाबंदी.
- अररिया में इंटर व डिग्री कॉलेज की स्थापना व महिला छात्रावास का निर्माण.
- नशा के बढ़ते प्रचलन पर रोक लगाने के लिये प्रभावी कदम उठाने की मांग.
- भ्रष्टाचार और अफसरशाही पर नियंत्रण.
- बाढ़ के नियंत्रण को लेकर प्रभावी कदम उठाये जाने की मांग.
अररिया विधानसभा चौपाल में कौन-कौन आए?
- जदयू प्रदेश नेत्री व पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष सह जदयू की पूर्व प्रत्याशी शगुफ्जा अजीम
- कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष व अररिया से भावी प्रत्याशी जाकिर हुसैन खान के प्रतिनिधि इश्तयाक आलम
- कांग्रेस नेता सह संभावित प्रत्याशी मासूम अंजार
- जन सुराज के जिला उपाध्यक्ष
- अररिया विस से संभावित प्रत्याशी रणजीत कुमार सिंह
- सांसद के रेल प्रतिनिधि राजा मिश्रा
क्षेत्र में भ्रष्ट्राचार और नशे का बढ़ता प्रचलन बना बड़ा मुद्दा
कार्यक्रम में जनता ने नेताओं से अररिया विधानसभा से जुड़े समस्याओं पर खुल के सवाल पूछे. क्षेत्र में भ्रष्ट्राचार, नशे का बढ़ता प्रचलन, स्वास्थ व्यवस्था की बदहाली, नगर क्षेत्र में जल जमाव की समस्या, ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात को लेकर जनप्रतिनिधियों से खूब सवाल पूछे गए. चौपाल में अररिया रेलवे स्टेशन की खस्ताहाल, क्षेत्र में महिला डिग्री कॉलेज, महिला छात्रावास, जीरो माइल चौक पर टावर का निर्माण, एनएच पर आरओबी व अंडर पास का निर्माण की मांग का भी मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया.
जनता ने पूछे मजदूरों के पलायन को लेकर भी सवाल
बाढ़ग्रस्त इलाका होने के बावजूद बाढ़ नियंत्रण को लेकर किसी प्रकार का प्रभावी इंतजाम नहीं होने विधानसभा क्षेत्र के कुछ इलाकों में आज भी पुल-पुलिया व बेहतर सड़क की कमी की समस्या उठाते हुये इसके निदान संबंधी उपायों को लेकर लोगों ने प्रत्याशियों के विजन जानने का प्रयास किया. वहीं उद्योग धंधों के आभाव के कारण मजदूरों के पलायन को लेकर भी सवाल पूछे गए.
जिले में फर्जी अस्पतालों का भी उठा मुद्दा
कुछ लोगों ने जिले में फर्जी अस्पतालों के मुद्दा को भी उठाया व उनके निदान को लेकर उनके प्रयासों के बाबत सवाल पूछे. वहीं जन समस्याओं को लेकर जनप्रतिनिधियों के आगे नहीं आने पर लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की, प्रखंड व अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्ट्राचार व अधिकारियों की मनमानी को रोकने के लिये प्रभावी कदम उठाने की मांग उन्होंने की. जिसके एवज में मंचासीन अतिथियों ने लोगों के सवालों के एक-एक कर जवाब दिये.

