Bihar: भोजपुरी सिंगर पवन सिंह ने मंगलवार को दिल्ली में बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद उन्होंने देर शाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इन नेताओं के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें साझा की है. उन्होंने अपने पोस्ट में बिना नाम लिए बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल पर निशाना साधा है.
जातिवादी राजनीति के पोषकों…पवन सिंह
NDA नेताओं से मुलाकात की तस्वीरों को शेयर करते हुए पवन सिंह ने लिखा, “जातिवादी राजनीति के पोषकों के दिल पे आज ई फोटो देख के सांप लोट रहा होगा. लेकिन जिनके दिल में विकसित बिहार का सपना बसता है, वो कब तक एक दूसरे से दूर रह सकते है. आज गृहमंत्री अमित शाह और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उपेंद्र कुशवाहा से मुलाक़ात हुई और उन्होंने दिल से आशीर्वाद दिया. मोदी जी और नीतीश जी के सपनों का बिहार बनाने में आपका बेटा पवन पूरा पावर लगाएगा.”
पवन सिंह के कारण उपेंद्र कुशवाहा हारे थे चुनाव
2024 के लोकसभा चुनाव में काराकाट सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की करारी हार हुई. पवन सिंह के पावर ने कुशवाहा को तीसरे नंबर पर ला दिया. पवन सिंह को 2,74,723 वोट मिले, जबकि कुशवाहा को महज 1,71,761 वोट. राजा राम सिंह ने 3,80,581 वोटों से दोनों को पछाड़कर जीत हासिल की. पवन सिंह के निर्दलीय उतरने से कुशवाहा के कोर वोट बैंक- खासकर युवा और भोजपुरी प्रेमी विभाजित हो गए. पवन सिंह की स्टार पावर ने ग्रामीण इलाकों में लहर पैदा कर दी.
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वोटरों को एकजुट रखने की कोशिश
पवन सिंह का भोजपुरी कनेक्शन इस बार एनडीए को फायदा पहुंचाएगा. उपेंद्र और पवन के बीच समझौता एनडीए की रणनीति को मजबूत कर सकता है. पवन सिंह की फैन फॉलोइंग- खासकर बिहार के ग्रामीण और युवा वोटरों में कुशवाहा के आरएलएम को नई ऊर्जा देगी. इस बार के चुनाव में उपेंद्र और पवन के साथ आने से उपेंद्र के जातिगत वोट में विभाजन नहीं होगा, साथ ही पवन सिंह के पावर का लाभ भी गठबंधन को मिलने की उम्मीद है.
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