Bihar Vidhan Sabha Chunav: बिहार की राजनीति एक बार फिर रोजगार, पलायन और विकास के मुद्दे पर गरमा गई है. राजद नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर हमला बोलते हुए अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि “बीते 20 वर्षों से बिहार और 11 वर्षों से केंद्र में नीतीश-मोदी की सरकार रहने के बावजूद राज्य बेरोजगारी, पलायन और गरीबी का मुख्य केंद्र बना हुआ है. यह मैं नहीं बल्कि नीति आयोग की रिपोर्टें बार-बार बता रही हैं.”
भाजपा ने किया पलटवार
तेजस्वी के इस बयान पर भाजपा नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि राजद के शासनकाल में बिहार की स्थिति बेहद खराब थी. जब उनका शासन था, तब बिहार की प्रति व्यक्ति आय मात्र 6,000 रुपये सालाना थी. आज हालात बदल चुके हैं और हर व्यक्ति सामान्य जीवन जी रहा है. राज्य लगातार विकास कर रहा है.
तेजस्वी पर साधा निशाना
जायसवाल ने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस बिहार में रोज अपहरण होता था, वहां पर वे (तेजस्वी यादव) सवाल कर रहे हैं कि उद्योग क्यों नहीं लग रहे हैं? उद्योगपति डरे हुए हैं कि कहीं फिर से राजद सत्ता में आ गई तो हम समाप्त हो जाएंगे. नवंबर के बाद प्रदेश में बहुत बड़ा परिवर्तन आएगा.
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संजय जायसवाल ने किया बड़ा दावा
भाजपा नेता ने दावा किया कि नवंबर के बाद बिहार की सियासत और विकास की तस्वीर में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा. तेजस्वी और संजय जायसवाल के इस जुबानी संग्राम ने चुनावी मौसम में सियासी तापमान और बढ़ा दिया है. जहां विपक्ष बेरोजगारी और पलायन को मुख्य मुद्दा बना रहा है, वहीं एनडीए सरकार अपने विकास कार्यों और कानून-व्यवस्था में सुधार को जनता के सामने रख रही है.

