Bihar Election 2025: मोतिहारी के गांधी मैदान में आयोजित हर घर अधिकार रैली के मंच से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि बिहार में उद्योग-धंधों के बंद होने और बड़े पैमाने पर हो रहे पलायन की जिम्मेदारी डबल इंजन की सरकार की है. जिसने 20 साल में एक भी नया कल-कारखाना लगाने का काम नहीं किया.
पीएम मोदी ने चीनी मिल की चाय पीने का किया था वादा
डॉ. सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा, “जब प्रधानमंत्री पहली बार मोतिहारी आए थे तब कहा था कि मोतिहारी चीनी मिल की चाय पियेंगे और इसकी चिमनी से धुंआ निकलेगा. लेकिन आज तक चिमनी से धुंआ नहीं निकला. इसके उलट, जिस बिहार का चीनी उत्पादन 27 प्रतिशत था, वह घटकर महज 2 प्रतिशत रह गया है.”
अखिलेश सिंह ने कांग्रेस की 28 योजनाओं के बारे में बताया
सभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा की मौजूदगी को विशेष महत्व देते हुए उन्होंने कहा कि बापू की धरती पर प्रियंका का आगमन एक ऐतिहासिक पल है. उन्होंने याद दिलाया कि कांग्रेस के शासनकाल में जनता के हित में 28 योजनाओं का सफल क्रियान्वयन किया गया था, जिससे आम लोगों को सीधा लाभ मिला.
सभा में पलायन और रोजगार के उठे मुद्दे
डॉ. सिंह ने कहा कि आज बिहार का युवा और मजदूर रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों का रुख करने को मजबूर है. शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी लगातार घटते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि “केंद्र और राज्य की सरकारें आंख बंद करके बैठी हैं, जबकि बिहार के लोग रोजी-रोटी के लिए पलायन कर रहे हैं.”
सभा में उमड़ी भीड़ से उत्साहित होकर डॉ. सिंह ने जनता से अपील की कि वे बदलाव के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि बिहार में उद्योगों के पुनर्जीवन और रोजगार सृजन के लिए नई सोच और नई सरकार की जरूरत है.

