Lalu Family Controversy: लालू परिवार में रोहिणी आचार्य को लेकर चल रही सियासी चर्चाओं के बीच RJD नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार मीडिया से बातचीत में अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि पार्टी और परिवार में किसी की भी मां-बहन के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं.
तेजस्वी ने कहा, “किसी की मां-बहन पर इस तरह का लांक्षण लगाना ठीक नहीं है. रोहिणी दीदी की इच्छा कभी भी स्वार्थ में नहीं रही. उन्होंने हमेशा पार्टी को आगे बढ़ाने में योगदान दिया है. ना टिकट पाने की इच्छा थी, ना किसी को टिकट दिलाने की, ना कोई पद पाने की. उनका मकसद सिर्फ हमारे साथ खड़ा होना और पार्टी की सेवा करना रहा है.”
रोहिणी दीदी अपने जीवन की बड़ी कुर्बानी दी- तेजस्वी
उन्होंने रोहिणी आचार्य के योगदान की तारीफ करते हुए कहा कि वह उनकी बड़ी बहन हैं और उन्होंने अपने जीवन की बड़ी कुर्बानी दी. “शायद ही आज के दिन में कोई अपने परिवार के सदस्य को किडनी दे. तेजस्वी ने कहा कि छपरा की जनता चाहती थी कि उन्हें टिकट मिले, और लालू जी ने जनता और कार्यकर्ताओं की बात सुनकर उन्हें मौका दिया.”
तेजस्वी ने कहा- ट्रोलर्स पर ध्यान देने की जरूरत नहीं
तेजस्वी ने बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने उस समय रोहिणी के योगदान को लेकर अनुचित टिप्पणी की थी. “एक बेटी और पिता के रिश्ते पर ऐसे लांक्षण लगाना भाजपा की संस्कृति है.” उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और ट्रोलर्स हर जगह टिप्पणी करते रहते हैं. “कुछ लोग बीजेपी के, कुछ ट्रोलर्स हैं. हमें उन पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है.

