Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति में सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है. नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. दरअसल, एआईएमआईएम (AIMIM) के एक कार्यकर्ता अख्तर शहंशाह ने दरभंगा जिले के बिरौल थाना क्षेत्र में आवेदन देकर दावा किया है कि तेजस्वी यादव ने जान से मारने की नीयत से अपने ड्राइवर को उनके ऊपर गाड़ी चढ़ाने का निर्देश दिया.
शहंशाह ने तेजस्वी पर लगाया गंभीर आरोप
शहंशाह के अनुसार, 19 सितंबर को जब तेजस्वी यादव अपनी बिहार अधिकार यात्रा के दौरान बिरौल-गंडौल एसएच 56 पर हाटी-कोठी चौक पहुंचे थे, तब उन्होंने महागठबंधन में एआईएमआईएम को शामिल करने की मांग की. इसी दौरान, कथित तौर पर तेजस्वी यादव ने गाड़ी में बैठे-बैठे अपने ड्राइवर को आदेश दिया कि “इस पर गाड़ी चढ़ा दो”. आवेदन में आरोप है कि आदेश के बाद गाड़ी उनके ऊपर चढ़ा दी गई, जिससे उनका दायां पैर फ्रैक्चर हो गया.
AIMIM कार्यकर्ता ने FIR दर्ज करने की मांग की
एआईएमआईएम कार्यकर्ता ने इस मामले में तेजस्वी यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. अशरफ अली फातमी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि घटना के बाद स्थानीय स्तर पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.
राजद नेताओं ने आरोप को बताया बेबुनियाद
वहीं दूसरी ओर, राजद नेताओं ने इस आरोप को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है. राजद जिलाध्यक्ष उदय शंकर यादव ने कहा कि “तेजस्वी यादव और मो. अशरफ फातमी पूरे कार्यक्रम के दौरान गाड़ी के अंदर ही मौजूद थे. अगर किसी ने इस तरह का गंभीर आरोप लगाया है तो उसे सबूत भी पेश करने होंगे.”
फिलहाल, इस मामले पर पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर जांच शुरू कर दी है. अगर प्राथमिकी दर्ज होती है तो चुनावी माहौल में तेजस्वी यादव के लिए यह बड़ी राजनीतिक मुश्किल बन सकती है.

