Smart Tips: सफर के बाद टायर चेक करना क्यों है अहम?
हम रोज़ाना कार से छोटे-बड़े सफर करते हैं, कभी 50 किलोमीटर, कभी 500. रास्ते में गड्ढे, पत्थर, कांच और तेज मोड़ टायरों पर असर डालते हैं. लेकिन सफर खत्म होते ही हम जल्दी में होते हैं और सीधे घर या मंज़िल की ओर बढ़ जाते हैं. यही लापरवाही कभी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है.
सिर्फ 1 मिनट का काम, लेकिन बड़ा असर
अगर आप सफर खत्म होने के बाद ड्राइविंग सीट से उतरते ही सिर्फ 1 मिनट निकालकर चारों टायरों को ध्यान से देख लें, तो आप कई संभावित हादसों से बच सकते हैं. ध्यान दें:
- कहीं टायर कटा हुआ तो नहीं?
- कोई कील या पत्थर फंसा तो नहीं?
- हवा कम होकर टायर दबा हुआ तो नहीं?
- किनारे पर कोई क्रैक या फूलाव (bulge) तो नहीं?
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क्या मिलेगा इस छोटी सी आदत से?
- अगली यात्रा होगी सुरक्षित और निश्चिंत
- बीच रास्ते में टायर फटने का डर नहीं रहेगा
- परिवार और खुद की जान की सुरक्षा होगी
- समय और पैसे की बचत होगी
- छोटी सी आदत से बड़ी दुर्घटना रोकी जा सकती है.
1 मिनट का ध्यान = पूरी यात्रा की सुरक्षा
हर बार जब आप गाड़ी रोकें, टायरों की जांच करना आपकी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि आपकी सुरक्षा कवच है. यह आदत न सिर्फ आपकी बल्कि आपके साथ सफर कर रहे सभी लोगों की जान बचा सकती है.
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