Indian in America charged for Opium: एक परफ्यूम की बोतल जिंदगी में बड़ी तबाही ला सकता है. अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के कपिल रघु को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, क्योंकि उनकी परफ्यूम पर ‘ओपियम’ लिखा हुआ था. पुलिस ने उनकी कार में रखे परफ्यूम की शीशी को मादक पदार्थ समझ लिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उन्हें पुलिस ने एक महीने तक हिरासत में रखा और इस वजह से उनका वीजा भी मुश्किल में पड़ गया. अर्कांसस में रहने वाले कपिल रघु (Kapil Raghu) ने अब अपना यूएस वीजा बहाल करने की मांग की है, क्योंकि पुलिस की गलतफहमी के कारण इसे रिन्यू करने में देरी हुई.
क्या हुआ था मामला?
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, कपिल रघु एक अमेरिकी नागरिक से विवाहित हैं और अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने की प्रक्रिया में थे. उनको 3 मई को अर्कांसस के बेंटन इलाके में मामूली ट्रैफिक उल्लंघन के कारण रोका गया था. जांच के दौरान पुलिस को उनकी कार में “ओपियम” लेबल वाला एक छोटा परफ्यूम बॉटल मिला. अधिकारियों ने यह मान लिया कि इसमें प्रतिबंधित मादक पदार्थ ‘ओपियम’ है. रघु ने बार-बार समझाने की कोशिश की कि यह सिर्फ एक ब्रांडेड परफ्यूम है, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद अमेरिकी इमिग्रेशन और कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) ने उन्हें करीब चार हफ्तों तक हिरासत में रखा.
वकील ने बताया- यह एक गलतफहमी थी
रघु के वकील माइक लॉक्स ने कहा कि यह मामला पूरी तरह एक गलतफहमी पर आधारित था और अब सभी आरोप हटा दिए गए हैं. पुलिस की बॉडीकैम फुटेज में देखा जा सकता है कि अधिकारी रघु पर नशे से संबंधित वस्तु रखने का आरोप लगा रहे थे, जबकि वह लगातार कह रहे थे कि यह सिर्फ परफ्यूम है. एक अधिकारी ने उनसे कहा, “तुम्हारी कार के सेंटर कंसोल में ओपियम की शीशी मिली है, अब जाकर बैठो.”
रघु ने सैलाइन कूरियर से कहा, “मैं कुछ गलत नहीं कर रहा था. मैं सभी ट्रैफिक नियमों का पालन कर रहा था, जब उसने मुझे रोका.” अर्कांसस राज्य के क्राइम लैब ने बाद में जांच में पाया कि बोतल में सिर्फ परफ्यूम था, न कि कोई नशे वाला पदार्थ. 20 मई को उन पर लगे ड्रग चार्ज से मुक्त किया गया, लेकिन तब तक उनका वीजा रद्द कर दिया गया, जिससे उनकी कानूनी स्थिति काफी खराब हो गई.
इसके बावजूद रघु को तीन दिन तक सैलाइन काउंटी जेल में रखा गया, जहां अधिकारियों ने उनके वीजा से संबंधित “प्रशासनिक/कानूनी त्रुटि” पाई. इसके बाद ICE अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में लेकर लुइजियाना के एक संघीय इमिग्रेशन केंद्र भेज दिया, जहां उन्हें 30 दिनों तक रखा गया. जांच में पाया गया कि उनका वीजा समाप्त हो चुका था.
कपिल मुसाबतों से पार पाने में लगे
अब कपिल अपने वीजा को दोबारा बहाल कराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह प्रक्रिया कठिन साबित हो रही है. रघु का वीजा रद्द कर दिया गया है. इससे उनकी स्थायी अमेरिकी नागरिकता की संभावना पर भी असर पड़ा है. और भी चिंताजनक बात यह है कि अब उनके नाम के साथ ‘डिपोर्टेशन’ (निर्वासन) का दर्जा जुड़ गया है यानी भविष्य में किसी भी छोटी गलती पर उन्हें देश से बाहर भेजा जा सकता है. वे कोई काम भी नहीं कर सकते. उनकी पत्नी घर चलाने के लिए तीन-तीन काम कर रही हैं. हाल ही में कपिल ने घर खरीदने में अपनी सारी कमाई लगा दी, अब वकील का खर्च उठाने के लिए भी उन्हें जद्दोजहद करनी पड़
परिवार पर पड़ा गहरा असर
घटना के दौरान रघु की पत्नी एश्ले मेज मौके पर पहुंचीं और उन्होंने कहा, “मुझे समझ नहीं आ रहा कि उसे जेल क्यों भेजा जा रहा है.” रघु ने कहा, “वो (पत्नी) हर रात मुझे फोन करती थी और रोती थी. मेरी सौतेली बेटी छाती पर बाइबल रखकर रोती थी. वह बहुत परेशान थी. मेरी पत्नी अपनी कार बेचने और किसी दूसरे देश में बसने की सोच रही थी, ताकि हम शांति से रह सकें.” रिपोर्ट के अनुसार, कपिल एक भारतीय परिवार से हैं, जहां उनके पिता और चाचा हाल ही में पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त हुए हैं. उन्होंने इसी साल अप्रैल में एश्ले से शादी की थी और वह उनके साथ भारत भी जा चुकी हैं, जहां कपिल के परिवार ने उनका स्वागत बड़े प्यार से किया.
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