Israel Gaza War: इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध पर अब एक बार फिर से इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का बड़ा बयान सामने आया है. नेतन्याहू ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर हमास बंधकों की रिहाई और युद्धविराम की शर्तों पर सहमत भी हो जाए, तब भी उनकी सेना गाजा पट्टी पर कब्जा करेगी. उनका कहना है कि हमास को गाजा से पूरी तरह खदेड़ना ही इजरायल का अंतिम लक्ष्य है और इसमें किसी तरह का बदलाव संभव नहीं है.
स्काई न्यूज से बातचीत में दो टूक
गुरुवार को स्काई न्यूज ऑस्ट्रेलिया से बातचीत में नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि इजरायल की नीति में कोई बदलाव नहीं होगा. उन्होंने कहा कि युद्धविराम या समझौते की शर्तों से फर्क नहीं पड़ता, गाजा पर कब्जा करना और हमास को खत्म करना ही उनका मकसद है. उनके शब्दों में, “हम ऐसा वैसे भी करेंगे. ऐसा कभी नहीं था कि हम हमास को वहां छोड़ देंगे. गाजा पर हमारा कब्जा हर हाल में होगा.”
ट्रंप के बयान का हवाला
बातचीत के दौरान नेतन्याहू ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान का भी जिक्र किया. ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि हमास को गाजा में रहने नहीं दिया जा सकता. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नेतन्याहू ने कहा कि ट्रंप ने बिल्कुल सही कहा है. उन्होंने तुलना करते हुए कहा कि जैसे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी से एसएस (शुट्जस्टाफेल) और नाजी ताकतों को पूरी तरह समाप्त करना जरूरी था, वैसे ही गाजा से हमास को जड़ से उखाड़ना जरूरी है.
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आलोचनाओं पर जवाब, यहूदी-विरोधी सुनामी
नेतन्याहू ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही आलोचनाओं को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि इजरायल की कार्रवाई को लेकर दुनिया भर में उठ रही नकारात्मक आवाजें दरअसल “यहूदी-विरोधी सुनामी” का हिस्सा हैं. प्रधानमंत्री का कहना है कि अगर हमास बंधकों को रिहा कर दे और गाजा का विसैन्यीकरण स्वीकार कर ले, तो युद्ध उसी क्षण समाप्त हो सकता है. लेकिन अगर ऐसा नहीं होता, तो इजरायल सेना अभियान जारी रखेगी.
गाजा में इजरायली सेना की आगे बढ़त
इजरायली रक्षा बल (IDF) ने हाल ही में गाजा के उत्तरी हिस्से में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया है. गाजा सिटी को हमास का गढ़ बताते हुए नेतन्याहू ने कहा कि वहां से संगठन को पूरी तरह समाप्त किया जाएगा. सेना के जवान गाजा पट्टी में अंदर तक घुस चुके हैं और लगातार बमबारी व जमीनी कार्रवाई जारी है.
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संयुक्त राष्ट्र महासचिव की अपील
इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इजरायल से अपील की है कि वह तुरंत युद्धविराम पर सहमत हो और अपने सैनिकों को गाजा से हटा ले. उनका कहना है कि IDF के हमलों के कारण पहले से ही भूख और गरीबी से जूझ रही गाजा की आबादी बड़े पैमाने पर बर्बादी झेलेगी. उन्होंने चेतावनी दी कि हालात बदतर होते जा रहे हैं और मानवीय संकट चरम पर पहुंच सकता है.
गाजा में मौत का आंकड़ा भयावह
गाजा पर हमलों की वजह से पिछले कई महीनों में हजारों जानें गई हैं. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या इस सप्ताह 62,000 से अधिक हो गई है. इनमें बड़ी संख्या निर्दोष नागरिकों और बच्चों की बताई जा रही है. इजरायल और हमास के बीच यह संघर्ष किसी ठोस समाधान की ओर बढ़ता नहीं दिख रहा. नेतन्याहू का साफ रुख और गाजा पर कब्जे की मंशा इस बात का संकेत है कि आने वाले दिनों में जंग और भी भयानक हो सकती है. वहीं, अंतरराष्ट्रीय दबाव और संयुक्त राष्ट्र की अपील इस संघर्ष को किसी कूटनीतिक समाधान तक ले जाएगी या नहीं, यह अभी भी अनिश्चित है.

