Indian Origin Cricketer Dies In US: अमेरिका में क्रिकेट खेलना सिर्फ खेल नहीं, बल्कि कई भारतीय परिवारों के लिए अपनापन और पहचान का जरिया है. लेकिन नॉर्थ कैरोलाइना के एक क्रिकेट मैदान में जो हुआ, उसने इस खेल को मातम में बदल दिया. 41 साल के भारतीय मूल के खिलाड़ी नितिन मुरकुटे मैच खेलते समय अचानक मैदान पर गिर पड़े और फिर कभी नहीं उठे. यह हादसा 13 दिसंबर को हुआ. नितिन की मौत के साथ ही उनकी पत्नी और दो बच्चों की दुनिया एक झटके में बदल गई.
Indian Origin Cricketer Dies In US: कौन थे नितिन मुरकुटे
रिपोर्ट के मुताबिक, नितिन मुरकुटे अमेरिका में रहने वाले एक अमेट्योर क्रिकेट खिलाड़ी थे. वे Triangle Cricket League (TCL) से जुड़े हुए थे और Morrisville Raptors टीम के लिए खेलते थे. उनके दोस्त और साथी खिलाड़ी उन्हें एक ऐसे इंसान के तौर पर याद कर रहे हैं, जो मैदान में भी और जिंदगी में भी लोगों को आगे बढ़ने का हौसला देता था. क्रिकेट कम्युनिटी के लिए नितिन सिर्फ खिलाड़ी नहीं, परिवार जैसे थे. न्यू इंडिया अब्रॉड की रिपोर्ट के अनुसार, यह हादसा नॉर्थ कैरोलाइना में एक लीग मैच के दौरान हुआ. खेलते-खेलते नितिन अचानक मैदान पर गिर पड़े. साथी खिलाड़ी और आयोजक उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उम्र सिर्फ 41 साल थी और जिंदगी अभी बहुत कुछ बाकी थी.
पीछे रह गए पत्नी और दो मासूम बच्चे
नितिन अपने पीछे छोड़ गए हैं पत्नी रश्मि, 14 साल का बेटा आरनव और 9 साल की बेटी आर्ना. फंडरेजर के मुताबिक, नितिन ने हाल ही में अपने परिवार के लिए एक घर खरीदा था. यह उनका सपना था, जिसे उन्होंने पूरा किया था. लेकिन अब उसी घर का लोन (मॉर्गेज) परिवार के लिए बड़ी चिंता बन गया है. (Indian Origin Cricketer Dies In US Wife On H-4 Visa in Hindi)
H-4 वीजा ने बढ़ाई मुश्किल
फंडरेजर में बताया गया है कि नितिन की पत्नी रश्मि अमेरिका में H-4 वीजा पर रह रही हैं. यह एक ऐसा वीजा है, जिसमें काम करने की अनुमति नहीं होती. यानी परिवार की आमदनी पूरी तरह नितिन पर ही निर्भर थी. उनकी अचानक मौत के बाद परिवार के सामने भावनात्मक दर्द के साथ-साथ आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है. नितिन की मौत के बाद उनके दोस्तों, टीम के साथियों और Triangle Cricket League (TCL) ने मिलकर GoFundMe पर फंडरेजर शुरू किया. इस अपील में लिखा गया है कि नितिन ऐसे इंसान थे, जो हमेशा दूसरों को ऊपर उठाते थे. अब वक्त है कि कम्युनिटी उनके परिवार को संभाले.
फंडरेजर का मकसद क्या है
फंडरेजर के अनुसार, इस मदद से अंतिम संस्कार और स्मृति कार्यक्रम का खर्च, पत्नी और बच्चों को तुरंत आर्थिक सहारा, बच्चों की पढ़ाई और भविष्य को सुरक्षित करना और घर के लोन और रोजमर्रा के खर्च का बोझ कम करना जैसी जरूरतों को पूरा किया जाएगा. अपील में यह भी कहा गया है कि जो लोग पैसे नहीं दे सकते, वे इस कैंपेन को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं. न्यू इंडिया अब्रॉड की रिपोर्ट के मुताबिक, इस GoFundMe कैंपेन में अब तक 2,16,779 डॉलर जुट चुके हैं, जो तय लक्ष्य 2.5 लाख डॉलर का करीब 87 प्रतिशत है.
नॉर्थ कैरोलाइना की NRI कम्युनिटी और क्रिकेट जगत ने खुलकर परिवार के लिए समर्थन दिखाया है. रिपोर्ट के अनुसार, H-4 वीजा पूरी तरह मुख्य वीजा धारक पर निर्भर होता है. अमेरिकी इमिग्रेशन नियमों के मुताबिक, अगर मुख्य वीजा धारक की मौत हो जाती है, तो परिवार को USCIS को जानकारी देनी होती है और वीजा स्टेटस बदलने की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ती है. अगर तय समय से ज्यादा अमेरिका में रुक गए, तो कानूनी परेशानी और देश छोड़ने का खतरा भी हो सकता है.
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