India Pakistan Border Tension: दक्षिण एशिया में भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से जारी तनाव एक बार फिर सामने आ गया है. हाल ही में भारत के वरिष्ठ सैन्य और राजनीतिक नेताओं के कड़े बयानों के जवाब में पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि भविष्य में किसी संघर्ष की स्थिति “विनाशकारी तबाही” का कारण बन सकती है. पाकिस्तानी सेना ने इसे दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरे के रूप में देखा है.
India Pakistan Border Tension: भारतीय नेतृत्व के बयान और पाकिस्तान का बयान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में कहा कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा और देश की एकता व अखंडता की रक्षा के लिए जब भी जरूरत होगी, किसी भी सीमा को पार करने में पीछे नहीं हटेगा. उन्होंने सर क्रिक के मुद्दे को लेकर कहा था कि अगर इस क्षेत्र में पाकिस्तान दुस्साहस करता है तो उसका इतिहास और भूगोल दोनों बदल जाएंगे.
इसके बाद भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर वह विश्व नक्शे पर अपनी जगह बनाए रखना चाहता है तो उसे अपनी धरती पर आतंकवाद को प्रायोजित करना बंद करना होगा नहीं तो पाकिस्तान मानचित्र से भी मिट जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने संयम दिखाया था, लेकिन भविष्य में सैन्य संघर्ष में ऐसा नहीं होगा. वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने भी बयान जारी किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय हमलों में अमेरिकी एफ-16 जेट विमानों सहित कम से कम एक दर्जन पाकिस्तानी विमान नष्ट या क्षतिग्रस्त हो गए.
पाकिस्तान ने बताया भविष्य में अगर हमला हुआ तो विनाशकारी होगा
पाकिस्तानी सेना ने भारतीय बयानों को “भ्रामक, भड़काऊ और राष्ट्रवादी” बताते हुए चेताया कि भविष्य में किसी संघर्ष की स्थिति में परिणाम दोनों देशों के लिए विनाशकारी होंगे. सेना ने कहा कि उसने प्रतिक्रिया का नया मानक स्थापित किया है, जो “तेज, निर्णायक और विनाशकारी” होगा. बयान में यह भी कहा गया कि पाकिस्तान अपने इलाके में किसी भी हमले का दृढ़ता से जवाब देगा और पीछे नहीं हटेगा.
पाकिस्तान ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर भारत ने “पाकिस्तान को मानचित्र से मिटाने” जैसी स्थिति की कल्पना की, तो परिणाम साझा होंगे. इसके अलावा, उन्होंने याद दिलाया कि इस साल की शुरुआत में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुए हमलों ने दोनों परमाणु शक्तियों को बड़े युद्ध के कगार पर ला खड़ा किया था.
India Pakistan Border Tension: ऑपरेशन सिंदूर और सर क्रीक का मामला
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. इसमें पाकिस्तान के नियंत्रण वाले इलाकों में आतंकी ढाँचों को निशाना बनाया गया. इसके बाद चार दिन तक दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़पें हुईं, जो 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर बनी सहमति के साथ समाप्त हुईं.
इसके अलावा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर क्रीक क्षेत्र का जिक्र करते हुए चेताया कि इस्लामाबाद द्वारा कोई दुस्साहस “निर्णायक जवाब” देगें. सर क्रीक, गुजरात के कच्छ के रण और पाकिस्तान के बीच 96 किलोमीटर लंबा ज्वारीय मुहाना है और यह दोनों पक्षों के बीच विवादित क्षेत्र माना जाता है.
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