संयुक्त राष्ट्र : कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट की नई वार्षिक रिपोर्ट ‘अटैक्स ऑन द प्रेस’ का कहना है कि पिछले वर्ष काम के दौरान 70 पत्रकार मारे गए जबकि 211 को जेल जाना पड़ा. रिपोर्ट के अनुसार, मारे जाने वाले पत्रकारों में 91 प्रतिशत स्थानीय हैं जबकि 94 प्रतिशत पुरुष हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, 2013 में जिन 10 देशों में सबसे ज्यादा पत्रकारों की हत्या की गई है वह इस प्रकार हैं.
सीरिया में 28, इराक में 10, मिस्र में 6, पाकिस्तान में 5, सोमालिया में 4, भारत में 3, ब्राजील में 3, फिलीपीन में 3, रुस में 2 और माली में दो पत्रकार मारे गए हैं. इनके अलावा 25 अन्य पत्रकारों के मारे जाने की खबर है. लेकिन कार्य से इतर हत्या होने के कारण उनके पीछे की मंशा स्पष्ट नहीं है. इस प्रकार से फिलीपीन में 6, मैक्सिको में 3, पाकिस्तान में 3, भारत में 3, होंडुरास में दो और सीरिया में दो पत्रकारों की हत्या हुई है. पत्रकारों को जेल भेजने में तुर्की सबसे आगे रहा. उसने 40 पत्रकारों को जेल में डाला है.